राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव में विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया. उनके नामांकन में विपक्षी दलों के अधिकांश बड़े नेता मौजूद रहे, जिसमें राहुल गांधी, सीताराम येचुरी, फारुख अब्दुल्ला, अशोक गहलोत जैसे नेता शामिल रहे. इस दौरान सीपीएम के नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि आज जो हालात है यह संविधान की रक्षा का मामला है. जबकि टीएमसी के नेता सौगात रे ने कहा कि यह रेनबो कलर है सबका, जो यशवंत सिन्हा का समर्थन कर रहे हैं.
कांग्रेस से राहुल गांधी, अशोक गहलोत और मल्लिकार्जुन खड़गे. NCP से शरद पवार और प्रफुल्ल पटेल. TMC से अभिषेक बनर्जी और सौगत रे. RJD से मीसा भारती. CPM से सीताराम येचुरी. TRS से नमा नागेश्वर राव. डीएमके से ए राजा और त्रिची शिवा. CPI से डी राजा. SP से अखिलेश यादव. NC से फारूक अब्दुल्ला. RLD से जयंत चौधरी. IUML से ई टी मोहम्मद बशीर और RSP से प्रेमचंद्रन मौजूद रहे.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि ये दो अलग-अलग विचारधाराओं की लड़ाई है. एक तरफ नफरत है और एक तरफ भाईचारा और देश की भावना है. पूरा विपक्ष राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के साथ खड़ा है. कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम लोगों को 17 से ज्यादा पार्टियों का समर्थन है और जिन लोगों को हमने संपर्क नहीं किया. उन लोगों ने खुद हमारे राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा जी को फोन किया और उनसे बात की. अब शायद सभी पार्टियों के मिल जाने के बाद एक नजदीकी लड़ाई होगी.
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24 जुलाई को समाप्त हो रहा है वर्तमान राष्ट्रपति का कार्यकाल
बता दें कि मतदान 18 जुलाई को निर्धारित है जबकि मतगणना के लिए 21 जुलाई की तारीख तय है. उम्मीदवार 29 जून तक नामांकन भर सकेंगे। नामांकन पत्रों की जांच 30 जून को होगी. नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख दो जुलाई है. राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है.
HIGHLIGHTS
- विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने किया नामांकन
- एनडीए ने द्रौपदी मुर्मू को बनाया है उम्मीदवार
- 24 जुलाई को खत्म हो रहा रामनाथ कोविंद का कार्यकाल