Independence Day: 15 अगस्त का दिन भारत के लिए काफी खास है और यह दिन खास आज से नहीं, बल्कि पिछले 75 सालों से है. अब 15 अगस्त का दिन खास क्यों है? यह तो सभी को पता है कि इस दिन हमारे देश भारत को आजादी मिली थी. इससे पहले भारत ब्रिटिश शासन के अधीन था. 15 अगस्त का ये दिन हर भारतवासी के लिए इतना खास है कि चाहे 75 के बजाय 175 साल बीत जाएं, लेकिन इस दिन के आते ही लोगों के दिलों में देश प्रेम की एक नई ऊर्जा का संचार होने लगता है. देश की सेवा और देश प्रेम की भावना पहले से और भी ज्यादा बढ़ जाती है. जिससे हर भारतवासी के दिल में अपने देश के लिए कुछ कर गुजरने की इच्छा जाग उठती है. वहीं स्कूलों में जब तिरंगा झंडा लहराता है और देशभक्ति के गीत बजाए जाते हैं, तो वो माहौल, वो नज़ारा देखते ही बनता है. साथ ही उसे महसूस करने का अलग ही आनंद होता है. जिससे लोगों के बीच देशप्रेम की भावना स्वतः ही अंकुरित होने लगती है. जब 15 अगस्त के दिन लाल किले से देश के प्रधानमंत्री पूरे देश को संबोधित करते हैं, तो इससे यह पता चलता है कि ये भारत देश व इस देश के लोग अखंड और अटूट है. देश के लाल किले से प्रधानमंत्री अपने संबोधन के माध्यम से पूरे देश को एक साथ रहने और देश के विकास का संदेश देते हैं.
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प्रधानमंत्री तो अपना संदेश लाल किले से देते हैं, तो उसे तो पूरा देश सुनता है. लेकिन देश के आम लोग यह दिन कैसे मनाते हैं? इसके बारे में हम आपको बताएंगे. देश के सभी राज्यों में लोग एक-दूसरे से मिलकर स्वतंत्रता दिवस की बधाईयां देते हैं. साथ ही अलग-अलग देश प्रेम की कविताओं की पंक्तियों और फोटो को सोशल मीडिया पर शेयर करके भी एक-दूसरे को बधाई दी जाती है. आइए आपको ऐसी ही कुछ पंक्तियों से रूबरू कराते हैं, जिनके माध्यम से आप अपने शुभचिंतकों को स्वतंत्रता दिवस के बधाई संदेश अलग अंदाज में दे सकें.
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कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है,
हम लहराएंगे हर जगह ये तिरंगा,
नशा ये हिन्दुस्तान का है.
फांसी चढ़ गए और सीने पर गोली खाई,
हम उन शहीदों को प्रमाण करते हैं,
जो मिट गए देश पर,
हम उनको सलाम करते हैं.
आजादी की कभी शाम न होने देंगे,
शहीदों की कुर्बानी बदनाम न होने देंगे,
बची हो जब तक एक भी बूंद लहू की रगों में,
तब तक भारत मां का आंचल नीलाम न होने देंगे.
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कभी ठंड में ठिठुर कर देख लेना,
कभी तपती धूप में जल के देख लेना,
कैसे होती हैं हिफाजत मुल्क की,
कभी सरहद पर खड़े जवानों को जाकर देख लेना.
दे सलामी इस तिरंगे को,
जिस से तेरी शान हैं,
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका,
जब तक दिल में जान हैं.
चलो फिर से वो नजारा याद कर लें,
शहीदो के दिल में थी जो ज्वाला वो याद कर लें,
जिसमें बहकर आजादी पहुंची थी किनारे पर,
बलिदानियों के खून की वो धारा याद कर लें.
HIGHLIGHTS
- पिछले 75 सालों से देश के लिए खास दिन है 15 अगस्त
- इस दिन लाल किले से प्रधानमंत्री पूरे देश को करते हैं संबोधित
- भारत की अखंडता को को दिखाता है पीएम का संबोधन