पीएम नरेंद्र मोदी रविवार को दुनिया के सबसे बड़े कॉरपोरेट ऑफिस हब सूरत डायमंड बोर्स का उद्घाटन करेंगे. इस बिल्डिंग को बनाने में करीब 3400 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. साथ ही इसे 35.54 एकड़ जमीन पर बनाया गया है. डायमंड बोर्स दुनिया की सबसे बड़ी इंटरकनेक्टेड इमारत है, क्योंकि इसमें 4,500 से अधिक इंटरकनेक्टेड कार्यालय हैं. कार्यालय भवन पेंटागन से बड़ा है और देश का सबसे बड़ा सीमा शुल्क निकासी घर है. इस इमारत में 175 देशों के 4,200 व्यापारियों को समायोजित करने की क्षमता है जो पॉलिश किए गए हीरे के लिए सूरत आएंगे.
प्रधानमंत्री मोदी करेंगे उद्घाटन
व्यापार सुविधा से लगभग 1.5 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा. क्योंकि दुनिया के कोने-कोने से हीरा खरीदने वालों को सूरत में कारोबार करने का वैश्विक मंच मिलेगा.एसडीबी के मीडिया समन्वयक दिनेश नवादिया ने एक बयान में कहा कि उद्घाटन से पहले ही मुंबई स्थित कई हीरा व्यापारियों ने अपने कार्यालयों पर कब्जा कर लिया है. इन्हें प्रबंधन ने नीलामी के बाद आवंटित कर दिया. उन्होंने कहा कि उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री एसडीबी भवन के पास एक बड़ी सभा को संबोधित करेंगे.
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पीएम मोदी ने दी थी खबर
इससे पहले जुलाई में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 'एक्स' पर एक मीडिया रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया दी थी जिसमें कहा गया था कि सूरत डायमंड बोर्स अब पेंटागन से बहुत बड़ा है, जो पिछले 80 वर्षों से दुनिया की सबसे बड़ी कार्यालय इमारत रही है. उन्होंने पोस्ट किया, सूरत डायमंड बोर्स का हीरो उद्योग की गतिशीलता और विकास को दर्शाता है. यह भारत की उद्यमशीलता का भी प्रमाण है. यह व्यापार, नवाचार और सहयोग के केंद्र के रूप में काम करेगा. हमारी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर पैदा होंगे.
Source : News Nation Bureau