प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली से बेंगलुरू प्रौद्योगिकी शिखर सम्मेलन (बेंगलुरू टेक समिट) के 23वें संस्करण का डिजिटल अनावरण कर दिया है. इस दौरान पीएम मोदी ने तकनीकी शहर में होने वाले कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि 'डिजिटल इंडिया' गरीब, हाशिए पर मौजूद लोगों और जो सरकार में हैं, उनके लिए जीवन का एक हिस्सा बन गया है. मोदी ने कहा कि हमारे शासन का मॉडल है, प्रौद्योगिकी पहले.
यह भी पढ़ें: बिहार में हार के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष झा और चुनाव प्रभारी गोहिल ने की इस्तीफे की पेशकश
पीएम मोदी ने कहा, 'टेक्नोलॉजी के जरिए हमने इंसानों के सम्मान को बढ़ाया है. करोड़ों किसानों को 1 क्लिक में आर्थिक सहायता दी. जब लॉकडाउन चरम पर था, उस वक्त टेक्नोलॉजी ने सुनिश्चित किया कि गरीबों को जल्दी और उचित मदद मिले. टेक्नोलॉजी की वजह से ही हमारी स्कीम्स ने इतनी तेजी से लोगों की जिंदगी बदली है.' उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी से प्रेरित होकर भारत में कई इन्क्यूबेशन सेंटर खोले जा रहे हैं.' उन्होंने कहा कि एक देश के रूप में भारत विशिष्ट रूप से सूचना युग में छलांग लगाने को तैयार है, हमारे पास सर्वक्षेष्ठ प्रतिभाएं (माइन्ड) और बड़ा बाजार है.
यह भी पढ़ें: JNU हिंसा में दिल्ली पुलिस ने खुद को दी क्लीन चिट, अब तक नहीं हुई एक भी गिरफ्तारी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'हमारी सरकार ने बेहतर सेवा वितरण और दक्षता सुनिश्चित करने के लिए डेटा एनालिटिक्स की शक्ति का उपयोग किया है. इंटरनेट लगभग 25 साल पहले भारत आया था. एक रिपोर्ट के अनुसार, इंटरनेट कनेक्शन की संख्या हाल ही में 750 मिलियन के आंकड़े को पार कर गई है.' उन्होंने कहा, 'आज जब हम गरीबों को अपने घरों को एक अभूतपूर्व पैमाने, गति और पारदर्शिता से बनाने में मदद करने में सक्षम हैं, तो इसमें तकनीक का योगदान है. आज, जब हम लगभग सभी घरों में बिजली प्रदान करने में सक्षम हैं, तो प्रौद्योगिकी ने इसमें एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.'
Source : Mohit Raj Dubey