7th Indian Mobile Congress 2023: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज कुछ ही देर में दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में 7वें भारतीय मोबाइल कांग्रेस 2023 का उद्घाटन करेंगे. उद्घाटन के साथ ही वो भारत को 100 शैक्षणिक संस्थानों को ‘5जी यूज केस लैब्स’ भी प्रदान करेंगे. इन प्रयोगशालाओं के माध्यम से 5जी के विकास को प्रोत्साहित करके 5जी तकनीक से जुड़े अवसरों को साकार करने का एक प्रयास होगा. इसकी मदद से ना सिर्फ भारत की बल्कि कई वैश्विक मांगों को भी पूरा किया जा सकेगा. इस बार क्या थीम है और इससे क्या-क्या लाभ मिलने वाले हैं आइए जानते हैं.
7वें भारतीय मोबाइल कांग्रेस 2023 कब तक चलेगा
7वें भारतीय मोबाइल कांग्रेस (IMC) का समारोह दिल्ली के प्रगति मैदान में 27 से 29 अक्टूबर, 2023 तक चलेगा. ये एशिया का सबसे बड़ा दूरसंचार, मीडिया और प्रौद्योगिकी मंच है. दूरसंचार और प्रौद्योगिकी में भारत की अविश्वसनीय प्रगति को रेखांकित करने के लिए इसका आयोजन किया दया है. इतना ही नहीं इस दौरान कई महत्वपूर्ण घोषणाएं भी होंगी, और साथ ही स्टार्ट-अप को अपने नवीन उत्पादों और समाधानों को प्रदर्शित करने का अवसर भी इस मंच पर मिलेगा.
7वें भारतीय मोबाइल कांग्रेस 2023 का थीम क्या है
इस बार 7वें भारतीय मोबाइल कांग्रेस 2023 का थीम है ‘वैश्विक डिजिटल नवाचार’. अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों के विकासकर्ता, निर्माता और निर्यातक के रूप में भारत की स्थिति को मजबूत करना इस आयोजन का मकसद है. तीन दिवसीय कांग्रेस में 5जी, 6जी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) जैसी टेक्नोलॉजी पर प्रकाश डाला जाएगा और सेमीकंडक्टर उद्योग, हरित प्रौद्योगिकी, साइबर सुरक्षा आदि से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की जाएगी.
आईएमसी स्टार्टअप कार्यक्रम
इस साल, भारतीय मोबाइल कांग्रेस एक स्टार्टअप कार्यक्रम – ‘एस्पायर’ शुरू कर रहा है. यह कार्यक्रम नई उद्यमिता पहल और सहयोग को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से स्टार्टअप, निवेशकों और स्थापित व्यवसायों के बीच आपसी संबंधों को बढ़ावा देगा. आईएमसी 2023 में लगभग 22 देशों के एक लाख से अधिक प्रतिभागी भाग लेंगे, जिनमें लगभग 5000 सीईओ स्तर के प्रतिनिधि, 230 प्रस्तुतिकर्ता, 400 स्टार्टअप और अन्य हितधारक शामिल होंगे
पीएमओ कार्यालय द्वारा जारी बयान के मुताबिक, यह अनूठी पहल शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, बिजली, परिवहन जैसे विभिन्न सामाजिक-आर्थिक क्षेत्रों में नवाचार को बढ़ावा देगी और देश को 5जी तकनीक के उपयोग में आगे ले जाएगी. यह पहल देश में 6जी-तैयार शैक्षणिक और स्टार्ट-अप इकोसिस्टम के निर्माण के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है. यह पहल स्वदेशी दूरसंचार प्रौद्योगिकी के विकास की दिशा में एक कदम है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है.
Source : News Nation Bureau