दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिट इंडिया कैंपेन को लॉन्च किया. इसी के साथ उन्होंने देशवासियों से फिट रहने के लिए की अपील करते हुए ये भी बताया कि फिट कैसे रहा जा सकता है. उन्होंने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा, पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, मेजर ध्यानचंद के जन्मदिवस की याद में आज फिट इंडिया मूवमेंट लांच करने के लिए खेल मंत्रालय को बहुत बहुत बधाई देता हूं. परंपराओं का स्मरण कराते हुए सहज रूप से खुद को कैसे फिट रखें, इसका प्रस्तुतिकरण आज हुआ. प्रस्तुतिकरण इतना अच्छा रहा कि मुझे मेरे भाषण की कोई जरूरत महसूस नहीं होती.
उन्होंने कहा, हमारे खिलाड़ी नए भारत के नए जोश और नए आत्मविश्वास का भी पैमाना है. मुझे खुशी है कि बीते 5 साल में इस दिशा में जो प्रयास हुए हैं, उसका लाभ हमें आज दिख रहा है. स्पोर्ट्स का सीधा नाता फिटनेस से है. हमारी संस्कृति में तो हमेशा से ही फिटनेस पर बहुत अधिक जोर दिया गया है. फिटनेस शब्द नहीं है, स्वस्थ जीवन की शर्त है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, स्वास्थ्य से ही सभी कार्य सिद्ध होते हैं, अब कहा जाता है कि स्वार्थ से ही सभी काम सिद्ध होते हैं. स्वार्थ भाव से स्वास्थ्य भाव तक जाने का सामूहिक प्रयास जरूरी है. फिटनेस को लेकर हमारे समाज में उदासीनता आ गई है. कुछ दशक तक एक सामान्य व्यक्ति 8 से 10 किलोमीटर तक चल लेता था. धीरे-धीरे आधुनिक साधन आए और व्यक्ति का पैदल चलना कम हो गया. अब तकनीक ने हमारी यह हालत कर दी है कि हम चलते कम हैं और तकनीक बताती है कि आप कितने चले
पीएम मोदी बोले, लाइफस्टाइल डिसऑर्डर को बदलकर हम ठीक कर सकते हैं. तमाम बीमारियां हम रोजाना के रुटीन में बदलाव करके निजात पा सकते हैं. समय के साथ यह बदलाव केवल भारत में आ रहा है, ऐसा नहीं है. अनेक देश अपने यहां फिटनेस के प्रति अवेयरनेस बढ़ाने को बड़े अभियान चला रहे हैं. चीन, आस्ट्रेलिया अपने नागरिकों की फिजिकल फिटनेस दुरुस्त करने को अभियान चला रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा, कोई अगर अपने जीवन का लक्ष्य तय करता है तो उसका जीवन बदल जाता है. वह 24 घंटे अपना जीवन उसी के अनुरूप ढाल लेता है. ब्रिटेन और अमेरिका फिटनेस का नया फंडा लेकर आ रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा, जनता ही फिट इंडिया कैंपेन को आगे बढ़ाएगी. फिटनेस पर हर किसी को बल देना जरूरी है. नए भारत का नागरिक फिट रहने के लिए कदम आगे बढ़ाए.
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वहीं दूसरी तरफ खेल एवं युवा मामलों के मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि इस राष्ट्रव्यापी अभियान का उद्देश्य शारीरिक गतिविधियों और खेलों को नागरिकों के दैनिक जीवन में शामिल करना है, ताकि उनकी शारीरिक फिटनेस और कल्याण में सुधार किया जा सके. सरकार का प्लान है कि भारतीय खेल प्राधिकरण (साई), आईओए, भारतीय एथलेटिक्स महासंघ, अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ और भारतीय साइक्लिंग महासंघ जैसे राष्ट्रीय खेल महासंघों के सदस्यों को इसमें शामिल किया जाएगा. केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू इस समिति के अध्यक्ष हैं. इसमें निजी इकाइयों को भी शामिल किया गया है.