प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मणिपुर जलापूर्ति परियोजना की आधारशिला रख दी है. प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रिमॉर्ट दबाकर इस परियोजना का शिलान्यास किया है. यह परियोजना 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवार को सुरक्षित और पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध कराने के लिए केंद्र के जल जीवन मिशन का हिस्सा है. इस परियोजना को ग्रेटर इम्फाल योजना क्षेत्र के 16 जिलों में 2,80,756 घरों को कवर करते हुए 25 कस्बों और 1,731 ग्रामीण बस्तियों में घरेलू नल कनेक्शन प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है.
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इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज इंफाल सहित मणिपुर के लाखों लोगों के लिए और विशेषकर यहां की हमारी बहनों के लिए बहुत बड़ा दिन है. लगभग 3,000 करोड़ रुपए की लागत से पूरे होने वाले मणिपुर वॉटर सप्लाई प्रोजेक्ट से यहां के लोगों को पानी की दिक्कतें कम होनी वाली हैं. उन्होंने कहा कि ये प्रोजेक्ट आज की ही नहीं बल्कि अगले 20-22 साल तक की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है. इस प्रोजेक्ट से लाखों लोगों को घर में पीने का साफ पानी तो उपलब्ध होगा ही, हज़ारों लोगों को रोजगार भी मिलेगा.
उन्होंने कहा, 'पिछले वर्ष जब देश में जल जीवन मिशन की शुरुआत हो रही थी, तब मैंने कहा था कि हमें पहले की सरकारों के मुकाबले कई गुना तेजी से काम करना है. जब 15 करोड़ से ज्यादा घरों में पाइप से पानी पहुंचाना हो, तो एक पल के लिए भी रुकने के बारे में सोचा नहीं जा सकता.' मोदी ने कहा कि इस बार पूर्वी और उत्तर पूर्वी भारत दोहरी चुनौतियों से निपटना पड़ रहा है. नार्थ ईस्ट में फिर इस साल भारी बारिश से बहुत नुकसान हो रहा है. अनेक लोगों की मृत्यु हुई है, कई लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है.
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उन्होंने कहा कि इस मुश्किल घड़ी में मैं आप सभी को विश्वास दिलाता हूं कि पूरा देश आपके साथ खड़ा है. भारत सरकार सभी राज्य सरकारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सभी आवश्यक कार्य कर रही है. मोदी ने कहा, 'मणिपुर में कोरोना संक्रमण की गति और दायरे को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार दिन रात जुटी हुई है. लॉकडाउन के दौरान मणिपुर के लोगों के लिए जरूरी इंतजाम हों, या फिर उनको वापस लाने के लिए विशेष प्रबंध, राज्य सरकार ने हर जरूरी कदम उठाए हैं.'