प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शनिवार (19 जनवरी) को के-9 व्रज ( K-9 Vajra) को देश समर्पित कर दिया. इसके बाद पीएम मोदी ने टैंक की सवारी कर इसका जायजा लिया.
के-9 वज्र को मेक इन इंडिया के तहत सूरत के एलएंडटी प्लांट में विकसित किया गया है. के-9 वज्र के निर्माण के लिए 2018 में एलएंडटी ने साउथ कोरिया की कंपनी हानव्हा टेकविन के साथ करार की घोषणा की थी. मेक इन इंडिया के तहत बने इस टैंक से सेना की ताकत बढ़ेगी. यह टैंक बेहद शक्तिशाली है.
के-9 वज्र (K-9 Vajra) चारों तरफ घूम सकता है, यानी दुश्मन को यह ढूंढ-ढूंढकर मारेगा. इससे पहले सेना के पास जो टैंक हैं वो एक जगह स्थिर होकर दुश्मन को निशाना बनाता है. डायरेक्ट फायरिंग में यह तोप एक किलोमीटर दूरी पर बने दुश्मन के बंकर और टैंकों को भी तबाह करने में सक्षम है. टैंक का वजन 47 टन है जबकि टैंक की लंबाई 12 मीटर है और ऊंचाई 2.73 मीटर है.
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तोप 3 मिनट में 15 राउंड की गोलाबारी कर सकती है और 60 मिनटों में लगातार 60 राउंड की फायरिंग भी कर सकती है. के-4 वज्र सेना में शामिल हो गया है जिससे भारत की सुरक्षा एक कदम और आगे चला गया.
Source : News Nation Bureau