भूटान के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस, यूएई और बहरीन से द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने के लिए यात्रा पर होंगे. इसके अलावा वह 22 से 26 अगस्त तक फ्रांस के बियारिट्ज में जी 7 शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे. कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा काफी महत्वपूर्ण है.
सबसे पहले पीएम मोदी 23 अगस्त को सऊदी अरब जाएंगे. यहां वो अबूधाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मिलेंगे. इसी वर्ष अप्रैल में सऊदी अरब ने घोषणा की थी कि वह पीएम मोदी को सर्वोच्च सिविलियन अवार्ड देगा.
अबू धाबी के क्राउन प्रिंस ने अप्रैल में ट्वीट कर कहा था कि भारत और सऊदी अरब के रिश्तों को आगे बढ़ाने के लिए पीएम मोदी को ये अवार्ड दिया जाएगा. इस दौरे पर पीएम मोदी को सऊदी अरब का सर्वोच्च सिविलियन अवार्ड 'द जायद मेडल' भी दिया जाएगा.
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24 अगस्त को मोदी अपनी विदेश यात्रा के दौरान बहरीन पहुंचेंगे. बहरीन में पीएम मोदी अपने समकक्ष प्रिंस शेख खलीफा बिन सलमान अल खलीफा और बहरीन के किंग शेख हमाद बिन इसा अल खलीफा से मुलाकात करेंगे. इसके बाद वह भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित भी करेंगे.
बहरीन में 3,000 से अधिक भारतीय स्वामित्व वाले संयुक्त वेंचर्स दोनों देशों के बीच गहन आर्थिक जुड़ाव का संकेत देते हैं. बता दें कि बहरीन में सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय भारतीय नागरिकों का है. इनकी संख्या लगभग 3,50,000 है.
श्रीनाथजी मंदिर का जीर्णोद्धार
बहरीन यात्रा के दौरान पीएम मनामा में श्रीनाथजी (श्रीकृष्ण) मंदिर के जीर्णोद्धार का भी शुभारंभ करेंगे. पिछले कुछ वर्षो में भारत और बहरीन के बीच संबंधों में आई ताजगी को ऐसे समझा जा सकता है कि दोनों देशों के बीच 2018-19 में व्यापार बढ़कर लगभग 9300 करोड़ रुपये पहुंच गया है.