प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रविवार को जन औषधि दिवस समारोह के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से शिलांग (Shilong) में बने 7500वें जनऔषधि केंद्र को देश को समर्पित करते हुए कहा कि बीते वर्षों में इलाज में आने वाले हर तरह के भेदभाव को समाप्त करने का प्रयास किया गया है, इलाज को हर गरीब तक पहुंचाया गया है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों में दुनिया में सबसे सस्ता यानि सिर्फ 250 रुपए का कोरोना टीका (Corona Vaccination) लगाया जा रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'जन औषधि केंद्रों में सस्ती दवाई के साथ-साथ युवाओं को आय के साधन मिल रहे हैं. 1,000 से ज्यादा जन औषधि केंद्र तो ऐसे हैं, जिन्हें महिलाएं ही चला रही हैं.'
जरूरी दवाओं उपकरणों की कीमतें हुईं कई गुना कम
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'जरूरी दवाओं को, हार्ट स्टेंट्स को, नी सर्जरी से जुड़े उपकरणों की कीमत को कई गुना कम कर दिया गया है. देश को आज अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है कि हमारे पास मेड इन इंडिया वैक्सीन अपने लिए भी है और दुनिया की मदद करने के लिए भी है.' प्रधानमंत्री ने कहा, 'हमारी सरकार ने यहां भी देश के गरीबों का, मध्यम वर्ग का विशेष ध्यान रखा है. आज सरकारी अस्पतालों में कोरोना का फ्री टीका लगाया जा रहा है. प्राइवेट अस्पतालों में दुनिया में सबसे सस्ता यानि सिर्फ 250 रुपए का टीका लगाया जा रहा है.'
50 करोड़ परिवारों को 5 लाख तक का मुफ्त इलाज
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आयुष्मान योजना से देश के 50 करोड़ से ज्यादा गरीब परिवारों को पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज सुनिश्चित किया गया है. इसका लाभ 1.5 करोड़ से ज्यादा लोग ले चुके हैं. अनुमान है लोगों को इससे भी करीब 30 हजार करोड़ रुपये की बचत हुई है. उन्होंने कहा, '2014 से पहले जहां देश में लगभग 55 हजार एमबीबीएस सीटें थीं, वहीं 6 साल के दौरान इसमें 30 हजार से ज्यादा की वृद्धि की जा चुकी है. इसी तरह पीजी सीटें भी जो 30 हजार हुआ करती थीं, उनमें 24 हजार से ज्यादा नई सीटें जोड़ी जा चुकी हैं.'
महिलाएं चला रहीं एक हजार से ज्यादा जन औषधि केंद्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जन औषधि योजना सेवा और रोजगार दोनों का माध्यम बन रही है. ये योजना गरीब और विशेष रूप से मध्यम वर्गीय परिवारों की बहुत बड़ी साथी बन रही है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'जन औषधि केंद्रों में सस्ती दवाई के साथ-साथ युवाओं को आय के साधन मिल रहे हैं. 1,000 से ज्यादा जन औषधि केंद्र तो ऐसे हैं, जिन्हें महिलाएं ही चला रही हैं. यानी ये योजना बेटियों की आत्मनिर्भरता को भी बल दे रही है. इस योजना से पहाड़ी क्षेत्रों में, नॉर्थईस्ट में, जनजातीय क्षेत्रों में रहने वाले देशवासियों तक सस्ती दवा देने में मदद मिल रही है.'
6 साल पहले 100 केंद्र भी नहीं थे
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'आज शिलांग में 7,500वे केंद्र का लोकार्पण किया गया है. नॉर्थईस्ट में जनऔषधि केंद्रों का कितना विस्तार हो रहा है. 7500 के पड़ाव तक पहुंचना इसलिए भी अहम है, क्योंकि 6 साल पहले देश में ऐसे 100 केंद्र भी नहीं थे. हम जितना जल्दी हो सके, उतना जल्दी 10,000 का लक्ष्य पूर्ण करना चाहते हैं. इस योजना से फार्मा सेक्टर में संभावनाओं का एक नया आयाम भी खुला है.' प्रधानमंत्री ने कहा कि आज 'मेड इन इंडिया दवाइयां' और सर्जिकल्स की मांग भी बढ़ी हैं. मांग बढ़ने से उत्पादकता भी बढ़ी है, जिससे बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर उत्पन्न हो रहे हैं.
HIGHLIGHTS
- देश के निजी अस्पतालों में लग रहा है 250 रुपए में कोरोना टीका
- पीएम मोदी ने शिलांग में किया 7,500वें जन औषधि केंद्र का उद्घाटन
- बेटियों की आत्मनिर्भरता को भी बल दे रही है केंद्र की यह योजना