जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस के दो नेता जम्मू-कश्मीर पीसीसी चीफ गुलाम अहमद मीर और प्रवक्ता रविंदर शर्मा की गिरफ्तारी की खबरों के बाद अब कांग्रेस महासचिव प्रियकां गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए उनसे कुछ सवाल किए हैं. उन्होंने अपने दो सिलसिलेवार ट्वीट में पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से जम्मू-कश्मीर में गिरफ्तार किए गए नेताओं पर तिखे सवाल किए हैं. उन्होंने कहा, आखिर आपने किस आधार पर कांग्रेस नेताओं को जम्मू-कश्मीर में गिरफ्तार किया. क्या मीडिया से बात करना अपराध है? उन्होंने कहा, संविधान का सम्मान करने वाले जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री (महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला) को भी गिरफ्तार किए 15 दिन बीत चुके हैं.
यह भी पढ़ें: पीएम मोदी ने भूटान में RuPay कार्ड किया लॉन्च, बोले- डिजिटल भुगतान और पर्यटन में बढ़ेंगे संबंध
On what grounds have Cong leaders in J&K been arrested? Is it a crime to speak to the media? It’s now 15 days since ex CM’s who respected and abided by the Constitution of India just like our leaders, have been under arrest.
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 17, 2019
प्रियंका गांधी ने आगे कहा, यहां तक कि उनके परिवार वालों को भी उनके साथ बात करन की इजाजत नहीं है. क्या मोदी सरकार अब भी मानती है कि भारत में लोकतंत्र है?
Even their families have not been allowed to communicate with them. Does the Modi-Shah Govt believe India is still a democracy?#StopIllegalArrestsInKashmir
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 17, 2019
यह भी पढ़ें: कंगाल पाकिस्तान को अमेरिका ने दिया बड़ा झटका, मदद राशि में की 44 करोड़ डॉलर की कटौती
बता दें, प्रियंका गांधी से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पी चिदंबरम भी इस मामले पर बयान दे चुके हैं. शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि मैं जम्मू-कश्मीर पीसीसी चीफ गुलाम अहमद मीर और प्रवक्ता रविंदर शर्मा की आज जम्मू में गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करता हूं. एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल के खिलाफ यह अकारण कार्रवाई ने लोकतंत्र को एक और झटका दिया है. यह पागलपन कब खत्म होगा?
वहीं दूसरी तरफ पी चिदंबरम ने ट्वीट करके कहा था कि मुझे उम्मीद है कि कोर्ट एक्शन लेगा और नागरिकों की स्वतंत्रता सुनिश्चित करेगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा, 'सरकार को नागरिकों की स्वतंत्रता बाधित करने का कोई अधिकार नहीं है. यह संविधान के अनुच्छेद 21 का उल्लंघन है.'
यह भी पढ़ें: सुप्रीम कोर्ट पहुंचे पूर्व नौकरशाह, अनुच्छेद 370 पर सरकार के फैसले को दी चुनौती
गौरतलब है कि 5 अगस्त को मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया था. इसके साथ ही इसे दो राज्यों में बांट दिया था.लद्दाख और जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित राज्य बना दिया था. जम्मू-कश्मीर में शांति व्यवस्था कामय रखने के लिए वहां धारा 144 लगाया गई थी. इसके साथ ही वहां के स्थानीय नेताओं को नजर बंद कर दिया गया है. महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला गिरफ्तार हैं. इसके साथ ही शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस समिति (जेकेपीसीससी) के प्रमुख गुलाम अहमद मीर को गिरफ्तार कर लिया गया.