जम्मू के रियासी में दो दिन पहले धर्मारी इलाके में मंदिर में हुई तोड़फोड़ के मामले में लोगों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है. रियासी में जहां इस मामले में बंद की कॉल दी गई थी, वहीं जम्मू में आज इस मामले में गुस्साए बजरंग दल के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर गए और रियासी प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. इस मौके पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने रियासी प्रधान का पुतला जलाया और जमकर नारेबाजी भी की. कार्यकर्ताओं ने मंदिर में तोड़फोड़ को लेकर पुलिस प्रशासन पर भी सवाल खड़े किए. पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट दिखे बजरंग दल ने आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर में हिंदू अल्पसंख्यक में हैं और पिछले लंबे समय से इस तरह की घटनाओं के जरिए हिंदुओं की भावनाओं को चोट पहुंचाने की कोशिश की जा रही है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
वहीं, रियासी में सामने आई इस घटना के बाद पुलिस इस मामले में एक्शन में है. पुलिस ने पिछले 48 घंटों में इस मामले में 12 लोगों को हिरासत में लिया है, जिनसे लगातार पूछताछ चल रही है. इसके साथ ही पुलिस इस मामले में संलिप्त लोगों के खिलाफ यूएपीए के तहत कार्रवाई की बात कह रही है. प्रशासन ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए अब रियासी के सभी छोटे-बड़े मंदिरों का डेटा इकट्ठा करके सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया है ताकि भविष्य में कोई इस तरह की घटना को अंजाम देने की कोशिश न कर सके.
रियासी बंद का व्यापारियों ने किया समर्थन
मंदिर में तोड़फोड़ की घटना से आहत हिंदू समाज के लोगों ने आज रियासी बंद का भी ऐलान किया है. बंद में व्यापारी समाज भी शामिल है. हिंदू संगठनों के लोग और स्थानीय दुकानदार शामिल रहे। सभी ने एक मत होकर घटना की निंदा की. हिंदू संगठनों ने कहा कि जब तक दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होती हमारा संगठन चुपचाप नहीं बैठ सकता. बंद का आह्वान सनातन धर्म सभा की तरफ से किया गया इसमें सभी हिंदू संगठनों को शामिल होने की अपील की गई.
बता दें कि घटना के विरोध में रविवार को रियासी, धरमाड़ी, अरनास, पौनी, माहौर समेत कई जगहों पर प्रदर्शन हुए और टायर फूंके गए. लोगों ने रोष रैली भी निकाली. लोगों ने कहा कि घटना से उनकी भावनाएं आहत हुई हैं.
Source : News Nation Bureau