चीन के साथ सीमा विवाद के दौरान 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए. इन सैनिकों की शहादत के बाद भारत में लोगों में गुस्सा देखने को मिल रहा है. जिसके बाद लोग जगह-जगह चीनी उत्पादों का बॉयकॉट करने की शपथ ले रहे हैं. सोशल मीडिया पर चीनी मोबाइल एप को डिलीट भी किया जा रहा है.
भारत के वीर सपूत चीन की सीमा पर शहीद हो गए इस बात की जानकारी आज देश में बच्चे-बच्चे को है. चीन के खिलाफ देश में ऐसी हवा है कि बच्चा-बच्चा चीनी खिलौनों को बायकॉट करने पर आमादा हो गया है. सरकारी एजेंसियों ने भी चीन के खिलाफ अपने तेवर सख्त कर दिए हैं.
बायकॉट होने से ही हारेगा चीन
भारत सरकार ने चीनी कंपनी चाइना रेलवे सिग्नल एंड कम्युनिकेशन कॉर्प (CRSC) का ठेका रद्द कर दिया है. CRSC को ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर में ठेका दिया गया था. 2016 के इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत कंपनी को 400 किलोमीटर सिग्नल सिस्टम का काम करना था. लेकिन रेलवे ने काम की क्वालिटी के आधार पर ठेका रद्द कर दिया है. इसी तरह BSNL और MTNL ने चीनी सामानों पर रोक लगाने का फैसला किया है. 4G अपग्रेडेशन में भी चीनी सामानों का इस्तेमाल नहीं होगा.
कोलकाता के कारोबारियों ने आयात रोका
अभी तक चीन के साथ होने वाली छोटी-मोटी झड़प में व्यापारी सीधे तौर पर इंट्रेस्ट नहीं लेते थे. लेकिन गलवान घाटी में शहीद हुए भारतीय सैनिकों के लिए व्यापारी वर्ग में भी गुस्सा देखने को मिल रहा है. कोलकाता में कारोबारियों ने चीन से आयात रोक दिया है. खिलौने, लाइट समेत रोजमर्रा के जरूरी सामानों का आयात रोक दिया गया है. लॉकडाउन में कारोबार 30-40 प्रतिशत गिर गया है. तनाव के बाद चीन से सभी ऑर्डर रोक दिए गए हैं.
Source : News Nation Bureau