नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ हैदराबाद में एक रैली में भाग लेने जा रहे दर्जनों कार्यकर्ताओं और वामपंथी नेताओं को पुलिस ने गुरुवार को हिरासत में ले लिया. पुलिस बल ने प्रदर्शनकारियों को शहर का दिल कहे जाने वाले एक्जीबिशन ग्राउंड्स में जाने के दौरान रोका. वामपंथी दलों और कई मुस्लिम संगठनों ने एक्जीबिशन ग्राउंड्स से राज्य विधानसभा भवन तक रैली का आह्वान किया था, जबकि रैली करने के लिए पुलिस ने अनुमति नहीं दी थी. कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित को गुरुवार को सीएए विरोधी प्रदर्शन के दौरान मंडी हाउस पर हिरासत में ले लिया गया. इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है और मेट्रो स्टेशन बंद कर दिया गया है. मुंबई में विरोध प्रदर्शन का कोई असर नहीं पड़ा है, जबकि महाराष्ट्र के कुछ हिस्से पूरी तरह बंद हैं.
#WATCH Large number of protesters in Delhi's Red Fort area where Section 144 has been imposed. #CitizenshipAct pic.twitter.com/tH5j4dJjTZ
— ANI (@ANI) December 19, 2019
हैदराबाद में रैली में शामिल होने के लिए जा रहे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के नेता व पूर्व सांसद अजीज पाशा भी गिरफ्तार किए गए लोगों में शामिल हैं. गिरफ्तारी का विरोध कर रहे अजीज पाशा ने कहा, "यह अन्यायपूर्ण है। यह लोकतंत्र है या पुलिस राज." उनका कहना है कि वह संविधान और वामपंथी दलों से जुड़े मुद्दे पर चुप नहीं बैठेंगे.इसके साथ ही पुलिसकर्मियों ने बुर्का पहनी महिलाओं को भी रैली में जाने से रोका. इस रैली की योजना वास्तविक तौर पर ऐतिहासिक चारमीनार से एक्जीबिशन ग्राउंड्स के लिए बनाई गई थी, लेकिन साउथ जॉन पुलिस ने इसकी अनुमति नहीं दी.
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उधर दिल्ली में कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित को गुरुवार को सीएए विरोधी प्रदर्शन के दौरान मंडी हाउस पर हिरासत में ले लिया गया. इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है और मेट्रो स्टेशन बंद कर दिया गया है. दीक्षित ने कहा, "मैं लाल किला पर प्रदर्शन के लिए गया था। उन्होंने मुझे वहां बैठने की अनुमति नहीं दी। उसके बाद मैंने सुना कि मंडी हाउस पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। जब मैं वहां पहुंचा तो मुझे हिरासत में ले लिया गया। मैं विरोध प्रदर्शन जारी रखूंगा। यदि वे आज मुझे रोकेंगे, हम कल आएंगे."
मुंबई में विरोध प्रदर्शन का कोई असर नहीं पड़ा है, जबकि महाराष्ट्र के कुछ हिस्से पूरी तरह बंद हैं. प्रदेश में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को छोड़कर अन्य प्रमुख राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों, एनजीओ आज शाम दक्षिण मुंबई स्थित अगस्त क्रांति मैदान में विरोध प्रदर्शन करेंगे. इसमें बड़ी संख्या में युवा और छात्र शाामिल हो सकते हैं. इसी तरह ठाणे, पालघर, पुणे, नासिक, अहमदनगर, औरंगाबाद, बीड, लातूर और प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी सीएए के विरोध में ऐसे ही कार्यक्रम और जनसभाओं को आयोजित करने की योजना है. महाराष्ट्र के लगभग 34 साहित्यकारों ने सीएए को वापस लेने की मांग की है और प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की कार्रवाई को 'अमानवीय' बताया है.
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मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भाजपा विधायकों ने गुरुवार को पैदल मार्च निकालकर कमलनाथ सरकार पर युवाओं के साथ छल करने का आरोप लगाया है. भाजपा ने विधानसभा सत्र के दौरान हर रोज पैदल मार्च निकालने का ऐलान किया था. उसी के तहत गुरुवार को भी भाजपा विधायकों ने बिड़ला मंदिर से विधानसभा तक पैदल मार्च निकाला. इस मार्च में शामिल विधायक कमलनाथ सरकार द्वारा युवाओं से किए गए छलावा का एप्रिन पहने हुए थे. नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा, "कमलनाथ सरकार युवाओं के साथ किए गए वादों को पूरा नहीं कर रही है. राज्य के युवाओं से चुनाव के पहले जो वादे किए गए थे, उन पर अमल नहीं हुआ है. युवाओं के हक के लिए भाजपा का संघर्ष जारी रहेगा."
Source : आईएएनएस