पुडुचेरी यूनिवर्सिटी से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है, यहां एक छात्रा रबीहा अब्दुर्रहमान को अपने पहनावे यानि की हिजाब की वजह से दीक्षांत समारोह में जाने की इजाजत नहीं दी गई. बता दें कि रबीहा पुडुचेरी यूनिवर्सिटी से मास कम्युनिकेश में गोल्ड मेडलिस्ट है. उन्होंने आरोप लगाया है कि उन्हें दीक्षांत समारोह में शामिल नहीं होने दिया गया, जबकि उस समय वहां कार्यक्रम स्थल पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी मौजूद थे. कोविंद इस समारोह के मुख्य अतिथि थे.
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वहीं रबीहा ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि मुझे क्यों बाहर कर दिया गया लेकिन यह मालूम हुआ है कि छात्रों ने जब पुलिस से पूछा तो उन्होंने बताया कि शायद वह अलग तरह से स्कार्फ पहने हुई थी, इसलिए उसे बाहर कर दिया गया लेकिन किसी ने भी मेरे मुंह सीधे कुछ नहीं कहा.' समारोह में मुख्य अतिथि राष्ट्रपति कोविंद के जाने के बाद ही अंदर जाने की इजाजत दी गई.
Rabeeha Abdurehim: I don't know why I was sent out. But I learnt when the students inside asked police they said maybe it is because she is wearing scarf in a different way. That could also be the reason why they sent me out but nobody told me blatantly on my face. https://t.co/Kzn7xvJqmn
— ANI (@ANI) December 24, 2019
इसके बाद जब छात्रा को गोल्ड मेडल लेने के लिए मंच पर बुलाया गया तो उन्होंने उसे लेने से मना कर दिया. इस पर रबीहा ने कहा, 'मुझे गोल्ड मेडल नहीं चाहिए क्योंकि भारत में जो हो रहा है वह बेहद खराब है.' उन्होंने कहा, 'मैंने एनआरसी (NRC) और नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों के प्रति एकजुटता दिखाते हुए विरोध में ऐसा किया.
Rabeeha Abdurehim: When they asked to come on stage to receive gold medal,I rejected it. I didn't want the gold medal because what is happening in India is worse. It's in solidarity with students&all the people who are fighting against NRC,CAA &police brutality in a peaceful way. https://t.co/YDrJOqck3Z pic.twitter.com/ATALEoLjeq
— ANI (@ANI) December 24, 2019
वहीं छात्रा के साथ तरह के व्यवहार पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने कहा, 'गोल्ड मेडलिस्ट रहीबा अब्दुर्रहीम को पॉन्डिचेरी यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह से बाहर रखना उसके अधिकारों पर अपमानजनक हमला है.'
उन्होंने आगे कहा, 'वह अधिकारी कौन था जिसने छात्रा को बाहर किया और अंदर आने से मना किया. अधिकारी ने छात्रा के नागरिक अधिकारों का हनन किया और इसके लिए उसे उत्तरदायी ठहराया जाना चाहिए.'
Who was the officer who took the student out and refused her entry?
The officer violated the civil rights of the student and must be held liable.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) December 24, 2019
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