गुरूवार को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले में 42 जवान शहीद हो गए. सीआरपीएफ (CRPF) का काफिला जम्मू से कश्मीर की ओर जा रहा था. काफिले में करीब 70 गाडियां थीं, जिनमें 2500 से भी ज्यादा जवान मौजूद थे. आतंकियों ने जिस बस को निशाना बनाया, उसमें 40 से भी ज्यादा जवान सवार थे. आतंकियों ने IED से लदे वाहन को सीआरपीएफ की बस से भिड़ा दिया, जिससे हुए धमाके में हमारे जवानों के शव क्षत-विक्षत होकर सड़कों पर फैल गए. धमाके के बाद आतंकियों ने काफिले पर गोलीबारी भी की थी.
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आंतकवादी हमले में शहीद हुए CRPF जवानों की लिस्ट-
1. जयमाल सिंह- 76 बटालियन
2. नसीर अहमद- 76 बटालियन
3. सुखविंदर सिंह- 76 बटालियन
4. रोहिताश लांबा- 76 बटालियन
5. तिकल राज- 76 बटालियन
6. भागीरथ सिंह- 45 बटालियन
7. बीरेंद्र सिंह- 45 बटालियन
8. अवधेष कुमार यादव- 45 बटालियन
9. नितिन सिंह राठौर- 3 बटालियन
10. रतन कुमार ठाकुर- 45 बटालियन
11. सुरेंद्र यादव- 45 बटालियन
12. संजय कुमार सिंह- 176 बटालियन
13. रामवकील- 176 बटालियन
14. धरमचंद्रा- 176 बटालियन
15. बेलकर ठाका- 176 बटालियन
16. श्याम बाबू- 115 बटालियन
17. अजीत कुमार आजाद- 115 बटालियन
18. प्रदीप सिंह- 115 बटालियन
19. संजय राजपूत- 115 बटालियन
20. कौशल कुमार रावत- 115 बटालियन
21. जीत राम- 92 बटालियन
22. अमित कुमार- 92 बटालियन
23. विजय कुमार मौर्य- 92 बटालियन
24. कुलविंदर सिंह- 92 बटालियन
25. विजय सोरंग- 82 बटालियन
26. वसंत कुमार वीवी- 82 बटालियन
27. गुरु एच- 82 बटालियन
28. सुभम अनिरंग जी- 82 बटालियन
29. अमर कुमार- 75 बटालियन
30. अजय कुमार- 75 बटालियन
31. मनिंदर सिंह- 75 बटालियन
32. रमेश यादव- 61 बटालियन
33. परशाना कुमार साहू- 61 बटालियन
34. हेम राज मीना- 61 बटालियन
35. बबला शंत्रा- 35 बटालियन
36. अश्वनी कुमार कोची- 35 बटालियन
37. प्रदीप कुमार- 21 बटालियन
38. सुधीर कुमार बंशल- 21 बटालियन
39. रविंदर सिंह- 98 बटालियन
40. एम बाशुमातारे- 98 बटालियन
41. महेश कुमार- 118 बटालियन
42. एलएल गुलजार- 118 बटालियन
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पुलवामा के अवंतिपुरा में आतंकी हमले में राजस्थान के राजसमंद के रहने वाले जवान नारायण लाल गुर्जर भी शहीद हो गए. शहीद एन.एल. गुर्जर राजसमंद के बिनोल गांव के निवासी थे. पुलवामा में हुए जैश-ए-मोहम्मद के कायराना हमले में शहीद हुए नारायण लाल गुर्जर के घर में खबर मिलते ही मातम छा गया. घर वालों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है. शहीद जवान की पत्नी और उनके बच्चे किसी के संभाले नहीं संभल पा रहे हैं. शहीद नारायण लाल गुर्जर के परिवार में उनकी पत्नी मोहनी देवी, बड़ी पुत्री हेमलता गुर्जर जो की कक्षा 9 में पढ़ती है, जबकि छोटा बेटा मुकेश कक्षा 8 में पढ़ाई करता है. परविरा में एक भाई गोवर्धन लाल व बहन संतोष देवी भी हैं. शहीद नारायण लाल गुर्जर हाल ही में राजसमंद में अपने निवास बिनोल गांव आए थे लेकिन अफसोस उनके बच्चे और परिवार अब दोबारा उनकी कदमों की आहट नहीं सुन पाएंगे.
Source : Sunil Chaurasia