केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पुलवामा आतंकी हमले को लेकर शनिवार को रॉ (रिसर्च एंड एनालिसिस विंग) प्रमुख ए के धस्माना, आईबी (इंटेलीजेंस ब्यूरो) के अतिरिक्त निदेशक अरविंद कुमार, गृह सचिव राजीव गौबा और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल के साथ बैठक की. पुलवामा आतंकी हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 49 जवान शहीद हो गए थे. बैठक में हुई बातचीत के बारे में आधिकारिक तौर पर तत्काल कुछ नहीं बताया गया लेकिन गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) द्वारा कश्मीर में किए गए हमले के बाद की सुरक्षा की स्थिति का जायजा लिया.
यह बैठक इसलिए भी हुई क्योंकि हमले के बाद लोगों में गुस्सा है और देश सरकार से बदले की कार्रवाई की उम्मीद कर रहा है.
अमेरिका, चीन रूस, कनाडा, आस्ट्रेलिया और यूरोपीय संघ से लेकर अफगानिस्तान, इजरायल, सऊदी अरब और इंडोनेशिया समेत विभिन्न देश भारत के समर्थन में आ गए हैं और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एकजुटता का इजहार किया है.
पुलवामा हमले के एक दिन बाद भारत ने शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय पटल पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने की मुहिम शुरू की और विदेश सचिव विजय गोखले ने राष्ट्रीय राजधानी में करीब दो दर्जन राजदूतों से मुलाकात की.
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भारत ने पाकिस्तान से सबसे तरजीही राष्ट्र (एमएफएन) का दर्जा भी वापस ले लिया. विशेषज्ञों के अनुसार, एमएफएन का दर्जा वापस लेने के भारत के फैसले से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.
Source : IANS