जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद देश में ही नहीं बल्कि विदेशो में रह रहे भारतीयों के अंदर भी गुस्सा उबाल मार रहा है. शुक्रवार को सौ से अधिक भारतवंशियों ने न्यूयॅार्क स्थित पाकिस्तान वाणिज्य दूतावास के बाहर पुलवामा हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. वहीं पाक दूतावास के बाहर 'ग्लोबल टैरर पाकिस्तान' और 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' के नारे लगाए. इस दौरान लोगों के हाथ में भारत और अमेरिका के झंडे भी दिखें.
More than hundred US-based Indians protested outside the Pakistan consulate in New York, on 22 February, against #PulwamaTerrorAttack. pic.twitter.com/bxEwfVK6VY
— ANI (@ANI) February 22, 2019
इसके अलावा न्यू जर्सी सहित अमेरिका के कई शहरों में पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी गई और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताने के लिए शोक सभाओं का आयोजन भी किया गया. पुलवामा आतंकी हमले की निंदा अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों ने की है.
New Jersey, US: North American community of Indian origin, which included majority of organisations of the Indian diaspora, came together on February 22 to hold a candlelight vigil in the Royal Alberts Palace in Woodbridge in protest against #PulwamaAttack pic.twitter.com/BqibGXcmwv
— ANI (@ANI) February 23, 2019
बता दें कि पुलवामा हमले के बाद अमेरिका में रह रहे भारतीय पाकिस्तानी दूतावास के सामने लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान के ऊपर काफी दबाव बनाया जा रहा है.
गौरतलब है कि जम्मू -कश्मीर में 1989 में आतंकवाद के सिर उठाने के बाद से हुए अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमले में एक आत्मघाती हमला किया. इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए जबकि कई घायल हो गए. पुलवामा जिले में आतंकी ने श्रीनगर-जम्मू हाई-वे पर अपनी विस्फोटकों से लदी एसयूवी सीआरपीएफ की बस से टकराकर उसमें विस्फोट कर दिया. धमाका इतना जबरदस्त था कि बस के परखच्चे उड़ गए और आस पास जवानों के शव टुकड़ों में सड़क पर बिखेर गए. जैश ए मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. पुलिस ने आतंकवादी की पहचान पुलवामा के काकापोरा के रहने वाले आदिल अहमद के तौर पर की है. उन्होंने बताया कि अहमद 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था.
Source : News Nation Bureau