पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ को मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री नामित किए जाने के बाद शुक्रवार को शिरोमणि अकाली दल (शिअद) द्वारा उनका नाम 1984 के दंगों से जोड़ने की कोशिश की निंदा की. कांग्रेस मध्यप्रदेश में सरकार बनाने की तैयारी में है. पंजाब विधानसभा में अकाली दल के विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया द्वारा लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर हस्तक्षेप करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दिग्गज नेता के खिलाफ आरोपों पर कानून अपना काम कर रहा है.
अमरिंदर सिंह ने चिन्हित किया कि जब यह आरोप लगा, तब कमलनाथ 10 साल से ज्यादा समय तक केंद्रीय मंत्री रह चुके थे. उन्होंने कहा कि नानावटी आयोग की जांच रिपोर्ट में वरिष्ठ कांग्रेस नेता की भागीदारी का एक छोटा सा भी सबूत नहीं मिला है.
मुख्यमंत्री ने कहा, 'केवल कानून ही किसी व्यक्ति की भूमिका तय कर सकता है और किसी को भी अपने राजनीतिक फायदे के लिए 1984 दंगों के संवेदनशील मुद्दे का अनुचित लाभ नहीं उठाना चाहिए.'
मुख्यमंत्री ने अकाली दल के संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की एक तस्वीर भी दिखाई, जिसमें वह कमलनाथ को एक गुलदस्ता दे रहे हैं और सुखबीर सिंह बादल और पूर्व केंद्रीय मंत्री परमिंदर सिंह ढींढसा के साथ बैठक में उपस्थित हैं. यह तस्वीर उन्होंने इसलिए दिखाई कि अकाली दल केवल अपने तुच्छ हित साधने के लिए मुद्दे का राजनीतिकरण करने का प्रयास कर रहा है.
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कांग्रेस द्वारा कमलनाथ को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर नामित किए जाने का विरोध करते हुए अकाली दल ने गुरुवार को कहा था कि कांग्रेस सिखों के संहार के अपराधियों को पुरस्कृत कर रही है.
Source : IANS