देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए प्रदीप सिंह के परिवार को पंजाब के सीएम भगवंत मान सिंह ने 1 करोड़ रुपये की शहीद सम्मान राशि दी. पिछले हफ्ते जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में आतंकियों और सेना के जवानों के बीच मुठभेड़ हुई थी. इसी दौरान प्रदीप सिंह लापता हो गये थे, जिनका शव 18 सितंबर को बरामद हुआ था. प्रदीप सिंह 13 सितंबर से लापता थे. 18 सितंबर की शाम को प्रदीप सिंह मृत हालत में मिल थे.
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कितने जवान हुए शहीद
दरअसल, भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस इस वक्त इलाके के घने जंगलों में सर्च ऑपरेशन चला रही है. इस दौरान 19वीं राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष ढोंचक और डीएसपी हुमायूं मुजम्मिल भट्ट एक साथ जंगल में सर्च ऑपरेशन में जुटे थे. टीम खुफिया सूचना के आधार पर आतंकी की तलाश जारी थी. तभी आतंकियों ने टीम पर हमला कर दिया.
इस हमले के दौरान ही प्रदीप सिंह लापता हो गये थे. इस मुठभेड़ में सेना के कर्नल मनप्रीत सिंह, बटालियन कमांडर मेजर आशीष ढौंचक, जम्मू-कश्मीर के डीएसपी हुमायूं भट्ट और दो जवान शहीद हो गए.
कौन थे कांस्टेबल प्रदीप सिंह?
आपको बता दें कि कांस्टेबल प्रदीप सिंह पंजाब के पटियाला के रहने वाले थे. वह पिछले सात साल से सेना में थे. वह सेना की 19वीं राष्ट्रीय राइफल्स की सिख लाइट इन्फैंट्री का हिस्सा थे. वहीं घर की बात करें तो वहां उनकी पत्नी हैं. मिली जानकारी के मुताबिक, कांस्टेबल प्रदीप सिंह क्विक रिएक्शन टीम का हिस्सा थे.
इस आतंकी हमले के बाद सेना के जवान कश्मीर में पूरी तरह से सक्रिय होकर आतंकियों को निशाना बना रहे हैं. उन्हें जंगलों में चुन-चुन कर मार रहे हैं. सेना के इस ऑपरेशन का लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा आतंकियों को खत्म करना है.
HIGHLIGHTS
- प्रदीप सिंह 13 सितंबर से लापता थे
- 18 सितंबर को शव मिला
- पंजाब के सीएम ने दुख जताया
Source : News Nation Bureau