अमृतसर जिले के निरंकारी सत्संग भवन में प्रार्थना सभा के दौरान रविवार को आतंकियों से ग्रेनेड से हमला कर दिया. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज घटनास्थल का दौरा किया. मुख्यमंत्री के दौरे से पहले घटनास्थल पर रेड कार्पेट बिछाया गया, जिसके कारण विवाद खड़ा हो गया. इस मामले ने जब मीडिया में तूल पकड़ा तब लाल कालीन हटाकर हरा बिछा दिया गया. इस विवाद का दोष भी प्रशासन ने मीडिया पर ही मढ़ दिया. एसएस पी परमपाल ने बातचीत के दौरान कहा, 'मीडिया ने व्यवस्था की मांग की थी, अब मीडिया कह रहा है कि व्यवस्था क्यों. यह सही नहीं है.'
घटनास्थल के दौरे के बाद मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने गुरु नानक अस्पताल में घायलों से मुलाकात की. इस मामले पर अमरिंदर सिंह ने कहा, 'जांच जारी है. कुछ बिंदुओं पर पुलिस काम कर रही है. हमे उम्मीद है कि हमलावरों को जल्द पकड़ा जाएगा. सभी घायल खतरे से बाहर है. यह साफ़ तौर पर आतंकवाद का मामला है.' इस दौरान कांग्रेस मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू भी उनके साथ मौजूद रहे.
Investigation is going on. There are some leads which our police is following up. I am hopeful that we will soon catch the culprits. All those injured are out of danger. This is a clear case of terrorism & we'll deal with it: Punjab CM Captain Amarinder Singh. #AmritsarBlast pic.twitter.com/x7VlmTaHop
— ANI (@ANI) November 19, 2018
Amritsar blast: Punjab CM Captain Amarinder Singh visits Guru Nanak Hospital to meet those injured. pic.twitter.com/02nrpHKMk5
— ANI (@ANI) November 19, 2018
पंजाब मुख्यमंत्री ने अमृतसर में हुए हमले के पीछे पाकिस्तान की आईएसआई समर्थित खालिस्तानी या कश्मीरी आतंकवादियों की भूमिका होने का शक जताया है. अमृतसर हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी करेगी, जिसके लिए टीम देर रात घटनास्थल पर पहुंची.
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अमृतसर में रविवार को हुए ग्रेनेड हमले के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए सोमवार को यहां बैठक की. हमले में तीन लोगों की मौत हो गई थी. सिंह ने केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा, खुफिया ब्यूरो के निदेशक राजीव जैन, रॉ प्रमुख अनिल कुमार धस्माना और अन्य मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सोमवार को ऐलान किया कि अमृतसर जिले के निरंकारी सत्संग भवन में प्रार्थना सभा के दौरान ग्रेनेड फेंकने वाले दो युवकों के बारे में जो कोई भी सुराग देगा, उसे इनाम के तौर पर 50 लाख रुपये दिए जाएंगे. पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस के सूत्रों ने इस हमले के पीछे आईएसआई का हाथ बताया गया है.
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पंजाब पुलिस ने राजसांसी इलाके के अदलीवाला गांव में हुए ग्रेनेड हमले की जांच के लिए कई टीमों का गठन किया है. फोरेंसिक टीम और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम जांच शुरू करने के लिए रविवार देर रात घटनास्थल पर पहुंची. चेहरा ढके दो युवकों के बारे में और जानकारी जुटाने के लिए विस्फोट के आसपास की जगहों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं.
Source : News Nation Bureau