भारत और चीन के बीच जारी सीमा विवाद को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने चीन को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि चीन इसे 1962 समझने की भूल न करे. उन्होंने कहा, भारत किसी भी तरह की कोई लड़ाई नहीं चाहता, हालांकि भारत के खिलाफ उठाए गए किसी भी कदम को सहन भी नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा, अगर चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो उसे इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है.
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि चीन सीमा पर हमारे इलाके के अंदर से रास्ता बनाता है और हम जब विरोध करते हैं तो सुनते भी नहीं लेकिन जह हम अपने ही इलाके के भीतर से रास्ता बनाते हैं तो वह इसका कड़ विरध करते हैं. हमें हमारे इलाके में कोइ भी चीज बनाने से चीन नहीं रोक सकता.
क्या है पूरा मामला?
करीब 3,500 किलोमीटर लंबी एलएसी दोनों देशों के बीच वस्तुत: सीमा का काम करती है. हाल के दिनों में लद्दाख और उत्तरी सिक्किम में भारत और चीन की सेनाओं ने अपनी उपस्थिति काफी हद तक बढ़ाई है. यह दोनों देशों की सेनाओं के बीच दो अलग-अलग, तनातनी की घटनाओं के दो सप्ताह बीत जाने के बाद भी तनाव बढ़ने और दोनों पक्षों के रुख में कठोरता आने का स्पष्ट संकेत देता है.
भारत ने कहा है कि चीनी सेना लद्दाख और सिक्किम में एलएसी पर उसकी सेनाओं की सामान्य गश्त में बाधा डाल रही है और उसने बीजिंग के उस दावे का कड़ा खंडन किया कि दोनों सेनाओं के बीच तनाव भारतीय सेना के चीनी सीमा की ओर घुसपैठ करने से बढ़ा है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत की सभी गतिविधियां सीमा पर उसकी तरफ हैं. उसने कहा कि भारत सीमा प्रबंधन पर हमेशा बहुत जिम्मेदाराना रुख अपनाता है. साथ ही उसने कहा कि भारत अपनी संप्रभुत्ता तथा सुरक्षा की रक्षा करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.
पाकिस्तान पर भी साधा निशाना
चीन के साथ साथ कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तान पर भी निशाना साधा है जो पंजाब समेत अन्य राज्यों में आतंकी, हथियार और ड्रग्स भेजकर परेशानी खड़ी करने की कोशिश करता है. उन्होंने कहा कि जवान ऐसी किसी भी गतिविधि को रोकने के लिए सीमा पर 24 घंटे निगरानी कर रहे हैं.ृृ
Source : News Nation Bureau