पंजाब में कांग्रेस की सरकार इन दिनों परेशानियों से गुजर रही है. एक तरफ जहां पार्टी के अंदर कलह की स्थिति हैं वहीं दूसरी तरफ राज्य सरकार के खिलाफ विपक्षी पार्टियां आंदोलन कर रही हैं. पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) में अंदरूनी कलह के बीच मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) मंगलवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मुलाकात करेंगे. माना जा रहा है कि पार्टी के भीतर आंतरिक कलह को सुलझाने की दिशा में यह मुलाकात होगी. बीत कुछ दिनों में पंजाब कांग्रेस के कई नेता दिल्ली पहुंचे. इसमें खासतौर पर नवजोत सिंह सिद्धू चर्चा में रहे. नवजोत सिंह सिद्धू और सीएम अमरिंदर सिंह के बीच बयानबाजी देखने को मिली.
पार्टी के कुछ और नेता असंतुष्ट बताए जा रहे हैं. कई नेताओं से बीते दिनों में राहुल गांधी ने भी मुलाकात की. सिद्धू ने भी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात की थी. पंजाब में सीएम अमरिंदर सिद्धू के निशाने पर हैं. वे कई मुद्दों पर सीएम की आलोचना भी कर चुके हैं. कांग्रेस की पंजाब इकाई में चल रही कलह को दूर करने के मकसद से पार्टी आलाकमान जल्द ही मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के लिए सम्मानजनक स्थिति वाला फार्मूला निकाल सकता है. पार्टी सूत्रों ने यह जानकारी दी. वहीं, कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने संवाददाताओं से बातचीत में फिर दोहराया कि इस मामले का 8-10 जुलाई तक समाधान निकल सकता है. उन्होंने कहा कि सिद्धू ने कांग्रेस नेतृत्व के समक्ष अपनी बातें रखी हैं और इससे मुद्दे के समाधान में मदद मिलेगी.
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इससे पहले खबर आई कि कांग्रेस की पंजाब इकाई में चल रही कलह को दूर करने के मकसद से पार्टी आलाकमान जल्द ही मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के लिए सम्मानजनक स्थिति वाला फार्मूला निकाल सकता है. सूत्रों ने इसकी जानकारी दी थी. 30 जून को सिद्धू ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी के साथ लंबी बैठक की थी. माना गया कि इन बैठकों में कांग्रेस आलाकमान की ओर से सिद्धू को पार्टी या संगठन में सम्मानजनक स्थान की पेशकश के साथ मनाने का प्रयास किया गया.
आलाकमान दोनों नेताओं के लिहाज से संतोषजनक समाधान निकालने का प्रयास कर रहा है और इसका फार्मूला जल्द सामने आ सकता है. इस बीच, मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पंजाब के शहरी इलाकों के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक की. इस बैठक में शामिल हुए ज्यादातर नेताओं का ताल्लुक हिंदू समुदाय से है. राज्य में बहुसंख्यक आबादी सिख है. अमरिंदर सिंह की इस बैठक को भी शक्ति प्रदर्शन के तौर पर भी देखा जा रहा है.
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हाल के दिनों में सिद्धू लगातार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि वह मुख्यमंत्री के साथ काम नहीं कर सकते. हाल के कुछ हफ्तों से सिद्धू और पंजाब कांग्रेस के कुछ अन्य नेताओं ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. सिद्धू का कहना है कि गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए कारगर कदम भी नहीं उठाए गए.
HIGHLIGHTS
- कैप्टन और सिद्धू के बीच जारी है तकरार
- कई दौर की बैठकों के बाद भी नहीं निकला हल
- जल्द आ सकता है दोनों नेताओं को मनाने का फॉर्मूला