पंजाब में धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी के कई मामले सामने आए थे. ये पंजाब विधानसभा चुनाव के मुख्य मुद्दों पर शामिल विषय रहा था. सभी पार्टियों ने इस मुद्दे पर कार्रवाई की बात कही थी. अरविंद केजरीवाल ने तो महज 24 घंटों में ही संदिग्धों को गिरफ्तार कर मामले को हल करने की बात कही थी और अब यही बात नवजोत सिंह सिद्धू ने पकड़ ली है. नवजोत सिंह सिद्धू ने अरविंद केजरीवाल का पुराना बयान ट्विटर पर शेयर कर उनपर जोरदार हमला बोला और पूछा कि किसने आपके हाथ पकड़े हैं? जो अब तक इन मामलों में कार्रवाई नहीं हुई.
कौन रोक रहा है अरविंद केजरीवाल?
नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट करके कहा कि तो अब आपको कौन रोक रहा है...अरविंद केजरीवाल. सिद्धू ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो क्लिप पोस्ट की है, जिसमें केजरीवाल को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि पंजाब के लोग 2015 में फरीदकोट में हुईं बेअदबी की घटनाओं पर निष्क्रियता से नाराज हैं. अरविंद केजरीवाल ने वीडियो क्लिप में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था, 'बेअदबी की घटनाओं के सरगनों को अब तक दंडित नहीं किया गया है. मुझे यह बताने की आवश्यकता नहीं है कि सरगने कौन हैं. कुंवर विजय प्रताप सिंह की रिपोर्ट में उनके नाम हैं, और (चरणजीत सिंह) चन्नी साहब उसे देख सकते हैं. दोषियों को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार किया जा सकता है.'
So who is stopping you now ... @ArvindKejriwal pic.twitter.com/8atSdMCe68
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) March 25, 2022
जांच अधिकारी बन चुका है आप विधायक, फिर भी नहीं हुई कार्रवाई
बता दें कि साल 2015 में कोटकपुरा और बहबल कलां इलाकों में बेअदबी की घटनाएं सामने आई थी. यहां लोगों के भड़कते गुस्से और उत्पात को रोकने के लिए पंजाब पुलिस ने गोलीबारी भी की थी. इस मामले की जांच पूर्व आईपीएस अधिकारी कुंवर विजय प्रताप सिंह ने की थी. हालांकि वो अब अमृतसर उत्तर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं और आम आदमी पार्टी के सदस्य. ऐसे में नवजोत सिंह सिद्धू ने उन पर हमला बोला है कि जब आपके पास फाइलें हैं और जांच करने वाले लोग भी. तब भी इन मामलों पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई. उन्होंने यही सवाल उठाया है कि अब अरविंद केजरीवाल की पार्टी की सरकार को किसने रोका है, इन मामलों पर कार्रवाई करने से.
साल 2015 के मामले, तब से चौथा मुख्यमंत्री
गौरतलब है कि साल 2015 में पंजाब में अकाली दल और बीजेपी की सरकार थी. बेअदबी के उन मामलों के बाद लोगों में काफी गुस्सा देखा गया था. जिसके बाद चुनाव में अकाली-बीजेपी गठबंधन की हार हुई थी और कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुवाई में जोरदार प्रदर्शन करते हुए पंजाब में सरकार बनाई थी. हालांकि साढ़े 4 साल के कार्यकाल के बाद सिद्धू के दबाव में अमरिंदर सिंह को सत्ता से हटाकर कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया था. उनकी के कार्यकाल में अरविंद केजरीवाल ने ये दावा किया था. और अब हाल ही में चुनाव में आम आदमी पार्टी को पंजाब में जोरदार जीत मिली है. भगवंत मान पंजाब के सीएम बने हैं. ऐसे में नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब सरकार और आम आदमी पार्टी पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं.
HIGHLIGHTS
- अरविंद केजरीवाल पर सिद्धू ने बोला हमला
- साल 2015 के बेअदबी मामले को सिद्धू ने उठाया
- जांच अधिकारी बना विधायक, किसने रोका केजरीवाल को?