भारतीय किसान संगठन के अध्यक्ष पुरन सिंह ने किसानों के धरना-प्रदर्शन पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार ने हमारी 15 में से 5 मांगें मान ली है. लेकिन यह धरना-प्रदर्शन स्थायी रूप से बंद नहीं किया गया है. यह अस्थायी रूप से बंद किया गया है. पुरन सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी किसान 10 दिनों के बाद पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे. जो हमारी मांगें रह चुकी है इसको लेकर हम सरकार से मिलेंगे. उत्तर प्रदेश के किसानों ने दिल्ली के किसान घाट पर कूच करने के लिए दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं. पुरन सिंह ने कहा कि सरकार अगर हमारी पूरी मांग मान लेती है तो हम धरना-प्रदर्शन बंद कर देंगे. अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो धरना-प्रदर्शन करने पर मजबूर हो जाएंगे.
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उत्तर प्रदेश के नाराज किसानों का आंदोलन फिलहाल समाप्त हो गया है. उत्तर प्रदेश के हजारों किसान अपनी मांगों को लेकर शनिवार को दिल्ली में धरना-प्रदर्शन करने के लिए जा रहे थे. सभी किसान दिल्ली के किसान घाट पर डेरा डालने के लिए रवाना हुए थे. हालांकि, इन्हें बॉर्डर पर ही रोकने के लिए सीमाएं सील कर दी गई थी. हजारों संख्या में पुलिस बल दिल्ली बॉर्डर पर तैनात हैं. प्रशासन ने पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा है.
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बता दें कि दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के अनुसार किसान ट्रैक्टर ट्रॉलियों पर सवार होकर आ रहे हैं. जो दिल्ली यातायात नियम के खिलाफ है. दिल्ली के अधिकारियों ने स्पष्ट कहा है कि दिल्ली में ट्रैक्टर ट्रॉली के सवारी गाड़ी की तरह इस्तेमाल पर पूरी तरह रोक है. किसान अगर अपनी गाड़ियां बॉर्डर पर छोड़कर पैदल मार्च कर किसान घाट तक जाते हैं तो उन्हें जाने दिया जाएगा. ट्रैक्टर-ट्रॉली से घाट तक जाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है.