Puri Jagannath Temple: सभी अटकलों को खत्म करते हुए ओडिशा सरकार ने शनिवार को घोषणा की है कि पुरी के जगन्नाथ मंदिर में रत्न भंडार रविवार को फिर से खोला जाएगा. यह रत्न भंडार पूरे 46 साल बाद खुलेगा. कल रत्नभंडारा खोलने के लिए राज्य सरकार ने एसओपी जारी की है. मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि एसओपी को अंतिम रूप देते समय अनुष्ठान, समय और सावधानियों सहित फिर से खोलने के सभी पहलुओं को ध्यान में रखा गया है.
यह खबर भी पढ़ें- Varanasi News: रील बनाने के चक्कर में गई 3 किशोरों की जान, VIDEO बनाते समय बस से टकराई बाइक
रविवार को रत्न भंडार को फिर से खोलने का फैसला किया गया
यह बताते हुए कि रविवार को रत्न भंडार को फिर से खोलने का फैसला किया गया है. उन्होंने कहा कि इसमें भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई), भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई), सेवादार और अन्य के प्रतिनिधि शामिल हैं. उन्होंने आगे कहा कि आभूषणों की सूची में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए आरबीआई की सहायता मांगी गई थी. उनके प्रतिनिधि सूची के दौरान मौजूद रहेंगे और प्रबंध समिति की टीम के साथ सहयोग करेंगे.
यह खबर भी पढ़ें- Varanasi News: रील बनाने के चक्कर में गई 3 किशोरों की जान, VIDEO बनाते समय बस से टकराई बाइक
16 सदस्यीय समिति का गठन किया था
पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति बिश्वनाथ रथ की अध्यक्षता में 16 सदस्यीय समिति का गठन किया था. समिति ने 14 जुलाई को इसके उद्घाटन की सिफारिश की थी और पूरी प्रक्रिया के लिए एक विस्तृत एसओपी प्रस्तावित किया था. समिति की सिफारिश को बाद में श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) और मंदिर प्रशासन ने मंजूरी दे दी. एक इंट्रस्टिंग की बात है कि 1978 में जब रत्नभण्डार खुला गया था तब ओडिशा में नीलमणि राउतराय की सरकार थी और कानून मंत्री थे छत्तीसगढ़ के राज्यपाल बिश्व भूषण हरिचंदन अब उनके बेटे यानी पृथ्वीराज हरिचंदन ओडिशा के कानून मंत्री है और ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के सरकार में अब रत्नभण्डार खुलने को जा रहा है.
देश और दुनिया की लेटेस्ट खबरें अब सीधे आपके WhatsApp पर. News Nation के WhatsApp Channel को Follow करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें: https://www.whatsapp.com/channel/0029VaeXoBTLCoWwhEBhYE10
Source : News Nation Bureau