राफेल मामले पर जहां रोज नए नए आरोप सामने आ रहे हैं वहीं सत्ता पक्ष इसकी काट के लिए नए नए तर्क दे रहा है. बुधवार को कई कांग्रेसी नेताओं ने इस मामले की जांच CAG से कराने की मांग करते हुए इस संबंध में CAG को मेमोरेंडम सौंपा. वहीं केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि कांग्रेस के नेता इतने इगो में है कि चाहे जो जांच हो यह लोग संतुष्ट नहीं होंगे.
CAG कार्यालय जाकर दिए दस्तावेज
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, रणदीप सिंह सुरजेवाला, अशोक गहलोत, मुकुल वासनिक, गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा ने नए सिरे राफेल मामले पर आरोप लगाए और CAG से इस डील को ऑडिट करने की मांग की. उनका कहना है कि इससे घोटाले का सच सामने आ जाएगा. इन नेताओं ने राफेल डील की CAG जांच की मांग को लेकर आज CAG कार्यालय पहुंच कर मेमोरेंडम सौंपा. इसके साथ ही राफेल डील से संबंधित सभी कागजात भी सौंपे. कांग्रेस का आरोप है कि इसमें 40 हजार करोड़ का घोटाला हुआ है.
2G मामले की CAG कर चुकी है जांच
ध्यान रहे कि इससे पहले मनमोहन सिंह जब प्रधानमंत्री थे, उस वक्त 2जी स्कैम का मामला उठाया था. CAG ने इसको audit करके 1 लाख 80 हजार करोड़ का घोटाला बताया था, जिस जो कि एक बड़ा मुद्दा बना था.
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रविशंकर प्रसाद ने कांगेस पर लगाए आरोप
I don't think JPC or CAG inquiry is set up to satisfy ego of ill-informed leader.What struck me more is that Mr Anthony,who was Defence Minister for 8 yrs during which nothing can be done for modernisation&empowerment of Indian Forces:RS Prasad on Cong meeting CAG.#RafaleDeal.1/2 pic.twitter.com/2yo8VDlZxo
— ANI (@ANI) September 19, 2018
वहीं केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि एके अंटोनी 8 साल तक डिफेंस मिनिस्टर रहे लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया. उनका कहना है कि जेपीसी की जांच या सीएजी की जांच किसी पार्टी के लिए नहीं की जाती है. उन्होंने आरोप लगाया कि राफेल डील पर 10 साल में कांग्रेस कुछ नहीं कर पाई, और अब आरोप लगा रही है. उन्होंने सवाल किया कि आखिर HAL को इस डील से अलग क्यों किया गया. उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह देश की सुरक्षा के साथ मजाक न करे.
Source : News Nation Bureau