राफेल लड़ाकू विमान का इंतजार आखिरकार खत्म हो गया है. लड़ाकू विमान राफेल भारत पहुंच गए हैं. 5 अत्याधुनिक राफेल लड़ाकू विमान( Rafale fighter jet) करीब 7000 किमी की यात्रा पूरी कर आज अंबाला स्थित एयरफोर्स स्टेशन पहुंचें हैं. आज क्या है इससे जुड़ी बड़ी खबरें, जानिए यहां
1. राफेल की तैनाती के लिए अंबाला एयरबेस ही क्यों... ये है वजह
दिल्ली से महज 200 किमी की दूरी पर स्थित अंबाला एयरबेस रणनीतिक महत्व का स्क्वाड्रन रहा है, जो दिल्ली में वेस्टर्न एयर कमांड के अधिकार में आता है. फरवरी 2019 में पाकिस्तान के बालाकोट में एयरस्ट्राइक के लिए मिराज यहीं से उड़े थे. 1999 के कारगिल युद्ध के समय में भी अंबाला के इस एयरबेस ने अहम भूमिका निभाई थी, जब 234 ऑपरेशनल उड़ानें यहां से भरी गई थीं. यहां पर भारत के जंगी बेड़े की सबसे घातक और सुपरसोनिक मिसाइल, ब्रह्मोस की स्क्वाड्रन भी तैनात है. पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक
2. जानिए क्या है राफेल की खासियत जो एयरफोर्स के लिए साबित होंगी गेमचेंजर
इस एयरक्राफ्ट के भारतीय वायुसेना में शामिल होने से भारतीय सेना का मनोबल काफी उंचा हो जाएगा. राफेल की बहुत खासियतें हैं राफेल के अचूक निशाने से दुश्मन किसी तरह नहीं बच सकता. अगर बिना पे लोड की बात करें तो राफेल का वजन 10 टन है. वहीं अगर यह मिसाइल्स के साथ उड़ान भरता है तो इसका वजन 25 टन तक हो जाता है. कई मालवाहन एयरफोर्स के विमानों का भी इतना वजन नहीं होता है. पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक
3. कौन हैं राफेल को भारत लाकर इतिहास रचने वाले विंग कमांडर मनीष सिंह
इन राफेल विमानों को उड़ाने वाले विंग कमांडरों का नाम भी अब इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है. राफेल विमानों को लेकर आने वाले पायलटों में से एक विंग कमांडर मनीष सिंह ने राफेल को लेकर फ्रांस से उड़ान भरी है. इनका परिवार शुरू से ही फौजी रहा है. मनीष सिंह बलिया के बांसडीह के छोटे से गांव में बकवां के रहने वाले हैं इनके पिता मदन सिंह स्वयं थल सेना से अवकाश प्राप्त जवान है. पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक
4. आज अंबाला में लैंड करेगा वायुसेना का गेमचेंजर राफेल, वायु सेना प्रमुख करेंगे रिसीव
अंबाला एयरबेस पर विमानों की लैंडिंग से पहले स्टेशन के आस-पास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. एयर फोर्स के आस-पास धारा 144 लगा दी गई है. साथ ही फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. इलाके में 4 से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर मनाही है. अंबाला में मौसम खराब होने की स्थिति में बैकअप प्लान भी तैयार किया गया है. जानकारी के मुताबिक अंबाला में अगर मौसम की समस्या उत्पन्न होती है तो राफेल विमान अंबाला एयरबेस की जगह जोधपुर एयरबेस पर लैंडिंग करेंगे. इसके लिए जोधपुर एयरबेस को बैकअप बेस के तौर पर तैयार कर लिया गया है. पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक
5. UAE में जहां रुके थे राफेल, उसी के पास हुआ ईरान का मिसाइल हमला
भारत के राफेल UAE के जिस एयरबेस पर रुके थे उसने नजदीक ही ईरान की ओर से मिसाइल हमला किया गया. ईरानी सैनिकों के युद्धाभ्यास के बाद संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अबू धाबी में अल दाफरा एयरबेस पर मंगलवार (28 जुलाई) को अमेरिकी सैनिकों के साथ ही अल-उदीद एयरबेस को अलर्ट पर रखा गया है. अल-उदीद एयरबेस कतर में अमेरिकी सेना के मध्य कमान का मुख्यालय है. पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक
Source : News Nation Bureau