देश में रैंगिंग पर प्रतिबंध है. कॉलेजों और स्कूलों में ऐंटी रेगिंग कमेटियां बनी हुई हैं. बावजूद इसके रैगिंग की घटनाएं आती रहती हैं. रैगिंग का ताजा मामला अरुणाचल प्रदेश और राजस्थान से सामने आया है. अरुणाचल प्रदेश में एक बोर्डिंग स्कूल में आठवीं कक्षा के करीब दो दर्ज छात्र रैगिंग के कारण घायल हो चुके हैं. वहीं, राजस्थान के एक मेडिकल कॉलेज में फर्स्ट ईयर के छात्रों से करीब 300 बार उठक-बैठक कराई गई. हद से अधिक उठक-बैठक के कारण छात्रों के किडनी और लीवर डैमेज हो गए. पीड़ित छात्रों का कहना है कि करीब 50 बच्चों के साथ सीनियरों ने बर्बरता बरती है.
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सबसे पहले बात अरुणाचल प्रदेश की…
शर्मशार करने वाली घटना चांगलांग जिले के बोरदुमसा स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय की है. यहां मंगलवार को दोपहर दो बजे 11वीं कक्षा के छात्रों ने आठवीं के छात्रों के साथ बदमाशी की. इससे कई छात्र घायल हो गए हैं. छात्रों के शरीर पर काले और नीले धब्बे पर गए हैं. मामले में स्कूल के प्रिंसिपल राजीव रंजन ने बताया कि जैसे ही पूरा वाक्या हमारे सामने आया तो हमने तुरंत अनुशासन समिति की बैठक बुलाई. बैठक में पांच आरोपी छात्रों को निलंबित करने का निर्णय लिया गया और उन्हें तत्काल रूप से निलंबित कर दिया गया है. छात्रों को इलाज के लिए भेजा गया है.
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अब बात राजस्थान की…
राजस्थान के डूंगरपुर जिले में स्थित मेडिकल कॉलेज में सीनियरों ने फर्स्ट ईयर के करीब 500 छात्रों से 300 बार उठक बैठक कराई. मामले में सात आरोपी छात्रों को निलंबित कर दिया गया है. डूंगरपुर सदर थाना अधिकारी गिरधारी सिंह ने बताया कि मामले में प्रिंसिपल ने रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें उन्होंने बताया कि घटना डेढ़ महीने पहले की है. रिपोर्ट के अनुसार, एमबीबीएस छात्रों देवेंद्र मीणा, अंकित यादव, रविंद्र यादव, सुरजीत, विसनेंद्र, सिद्धार्थ और अमन ने फर्स्ट ईयर के छात्रों को पहाड़ी पर बुलाया था. वहां उनसे 300 बार उठक-बैठक कराई गई. इससे छात्रों की हालत बिगड़ गई. कुछ के लीवर खराब हो गए तो कुछ की किडनी. इन सातों आरोपियों को निलंबित कर दिया गया हैै.
Source : News Nation Bureau