आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने चार साहिबज़ादे और माता गुजरी जी को संसद में श्रद्धा फूल अर्पित करने की डिमांड की है. उन्होंने कहा कि देश के हर एजुकेशन बोर्ड में चार साहिबज़ादों की वीरता के बारे में पढ़ाने की व्यवस्था की जानी चाहिए. हर वर्ष शहीदी हफ़्ते में चार साहिबज़ादों और माता गुजरी को श्रद्धा फूल अर्पित किए जाएं. राघव चड्ढा ने इस मामले में चेयरमैन को पत्र भी लिखा. इससे पहले राघव चड्ढा ने गुरुवार को राज्यसभा में चीन में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों को लेकर केंद्र से प्रभावी कदम उठाने की मांग की है. उन्होंने चीन से आने वाली उड़ानों को तत्काल रोकने की मांग की थी. इसके साथ प्रभावित देशों के अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए अनिवार्य क्वारंटाइन की व्यवस्था की मांग की.
कोरोना वायरस में खतरनाक वृद्धि
इस दौरान लिखित नोटिस में उन्होंने कहा कि चीन में ओमिक्रॉन के एक वैरिएंट और घातक कोरोना वायरस में खतरनाक वृद्धि देखने को मिल रही है. इसकी वजह से दस लाख से अधिक लोगों को जान गंवानी पड़ी है. विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले महीनों में देश में वायरस की तीन लहरों का अनुमान लगाया है. राघव चड्ढा के अनुसार, वायरस ने पहले ही चीन में कहर बरपा रखा है. इससे स्वास्थ्य प्रणाली में असर दिखाई दे रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, अस्पतालों में बेड की कमी देखने को मिल रही है. यहां पर दवाएं स्टॉक के बाहर हो चुकी हैं. यहां तक की शवगृहों में जगह नहीं है. महामारी से हुई तबाही के वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रही है.
संकेतों को नजरअंदाज किया
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 2020 की शुरुआत और अंत में महामारी के संकेतों को नजरअंदाज किया है. इस कारण वायरस पूरे देश में अनियंत्रित हो गया. ‘आप’ सांसद ने बताया कि नए वैरिएंट की अनदेखी ने दूसरी लहर को जन्म दिया. इस तरह से हमारी स्वास्थ्य प्रणाली पूरी तरह से ध्वस्त हो गई. लाखों भारतीयों की मौत हो गई.
Source : News Nation Bureau