कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है. कोरोना वैक्सीन की कमी को लेकर उन्होंने ट्वीट किया जुलाई आ गया है, वैक्सीन नहीं आयीं. इससे पहले राहुल गांधी ने कोरोना से हुई मौत पर मुआवजे के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर भी निशाना साधा था. दूसरी तरफ केंद्र यह साफ कर चुका है कि जुलाई में करीब 12 करोड़ डोज विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को दी जाएंगी. इसके साथ ही वैक्सीनेशन अभियान को और तेज किया जाएगा.
इससे पहले केंद्र से राहत पैकेज पर राहुल गांधी ने एक ट्वीट में कहा कि कोई भी परिवार वित्त मंत्री के आर्थिक पैकेज को रहने, खाने, मेडिकल बिल, स्कूल फीस पर खर्च नहीं कर सकता. पैकेज नहीं, सिर्फ एक और धोखा है. उनकी टिप्पणी सीतारमण द्वारा 6,28,993 करोड़ रुपये के आठ राहत उपायों की घोषणा के एक दिन बाद आई है. उन्होंने आगे लिखा है कि पेट्रोल-डीज़ल टैक्स वसूली के छोटे से हिस्से से कोविड पीड़ित परिवारों को हर्जाना दिया जा सकता है- ये उनकी ज़रूरत है, अधिकार है. आपदा में जन सहायता के इस अवसर से मोदी सरकार को पीछे नहीं हटना चाहिए.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा है कि जुलाई के लिए कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति के बारे में राज्यों को पहले ही सूचित कर दिया गया है. इस महीने में कुल 12 करोड़ खुराक उपलब्ध कराई जाएगी. यह जानकारी राज्यों के साथ 15 दिन पहले साझा की गई थी, साथ ही दिनवार आपूर्ति के बारे में भी जानकारी दी गई थी.
राहुल गांधी के ट्वीट के बाद स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने इसका जवाब दिया. उन्होंने ट्वीट किया कि एक दिन पहले ही वह जुलाई में वैक्सीन की उपलब्धता की जानकारी दे चुके हैं. राहुल गांंधी की परेशानी क्या है, क्या वह पढ़ते नहीं हैं. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अहंकार और अज्ञानता की कोई वैक्सीन नहीं है.
Source : News Nation Bureau