कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश में किसान की मौत को लेकर रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उत्तर प्रदेश के बागपत में प्रधानमंत्री की रैली के एक दिन पहले प्रदर्शन के दौरान एक किसान की मौत हो गई थी।
राहुल गांधी ने अपने ट्विटर वॉल पर इसे यूपीए काल की परियोजना बताते हुए लिखा, 'यूपी के गन्ना किसान सोच रहे हैं कि यूपीए काल की परियोजना का श्रेय लेने आए प्रधानमंत्री जी रोड शो करते हुए उनके खेतों को चीरते हुए निकल जाते हैं, लेकिन उनका ध्यान उनपर क्यों नहीं जाता? दुर्भाग्य से उदयवीर जैसे किसान जिन्होंने अपने हक के लिए लड़ते हुए अपनी जान दे दी, ये सोच भी नहीं सकते।'
गौरतलब है कि बागपत के बड़ौत तहसील में 21 मई से धरने पर बैठे किसानों में से एक किसान की धरनास्थल पर मौत हो गई है।
घटनास्थल से करीब 30 किलोमीटर दूर ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कार्यक्रम था।
बड़ौत तहसील में किसान संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में 21 मई से किसान पांच सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर बैठे थे।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी प्रदर्शन के दौरान किसान की मौत को लेकर मोदी सरकार की आलोचना की।
उन्होंने कहा, 'उदयवीर को गन्ना उत्पादकों के प्रदर्शन के दौरान अपनी जान गंवानी पड़ी। गन्ना उत्पादकों को 14 दिन के भीतर गन्ने का दाम दिलाने के वादे के साथ सत्ता में आए मोदी और आदित्यनाथ भूल गए हैं कि किसानों का बकाया 12,224 करोड़ रुपये हो गया है। बिजली का बिल बढ़कर 1,600 रुपये प्रति माह हो गया है। सिर्फ मोदी के भाषणों से किसी का पेट भरने वाला नहीं है।'
इससे पहले पीएम मोदी के रोड शो पर निशाना साधते हुए यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा, 'बागपत, मेरठ, शामली, मुजफ्फरनगर और बिजनौर के लोग जानते हैं कि कितना किसानों का बकाया है गन्ने का। रोड शो से गन्ने का जो बकाया पैसा है वह तो मिलना नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने ऑर्डर दिया तब सड़क (ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे) का उद्घाटन हुआ।'
गौरतलब है कि 28 मई को कैराना में उपचुनाव के लिए मतदान होना है जिसे देखते हुए सभी राजनीतिक दल गन्ना किसानों के मुद्दे उठा रही है। बागपत में गन्ना किसानों का बकाया बड़ा मुद्दा है।
रविवार दोपहर मंच से सीएम योगी और पीएम मोदी ने भी गन्ना किसानों के मुद्दे को संबोधित किया। पीएम मोदी ने गन्ना किसानों को संबोधित करते हुए कहा, 'यहां के गन्ना किसानों के लिए भी हमारी सरकार निरंतर कार्य कर रही है। पिछले वर्ष ही हमने गन्ने का समर्थन मूल्य लगभग 11% बढ़ाया था। इससे गन्ने के 5 करोड़ किसानों को सीधा लाभ हुआ था।'
इतना ही नहीं किसानों को आर्थिक मदद देने की दिशा में घोषणा करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'गन्ना किसानों को चीनी मिलों से बकाया मिलने में देरी न हो, इससे जुड़ा एक बड़ा फैसला लिया गया है। सरकार ने तय किया है कि प्रति क्विंटल गन्ने पर 5 रुपए 50 पैसे की आर्थिक मदद चीनी मिलों को दी जाएगी। ये राशि चीनी मिलों को न देकर सीधे गन्ना किसानों के खाते में ट्रांसफर की जाएगी।'
पीएम ने आगे कहा, 'मैं यहां के गन्ना किसानों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सरकार उनकी दिक्कतों के प्रति संवेदनशील है और बहुत कड़ाई के साथ गन्ना किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है।'
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Source : News Nation Bureau