कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Congress Leader Rahul Gandhi) मोदी सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं. एक बार फिर उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर हमला बोला है. राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि मोदी सरकार देश के भविष्य को खतरे में डाल रही है. देश के युवाओं को नौकरी दो, खाली नारे नहीं.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा कि भारत के भविष्य को मोदी सरकार खतरे में डाल रही है. अहंकार उन्हें JEE-NEET उम्मीदवारों की वास्तविक चिंताओं के साथ-साथ एसएससी और अन्य परीक्षा देने वालों की मांगों की अनदेखी कर रहा है. उन्होंने कहा कि देश के युवाओं को नौकरी चाहिए, सिर्फ नारे नहीं.
Modi Govt is jeopardising India's future.
Arrogance is making them ignore the genuine concerns of the JEE-NEET aspirants as well as the demands of those who took SSC and other exams.
Give jobs, not empty slogans.#SpeakUpForSSCRailwayStudents
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 1, 2020
नोटबंदी से ही शुरू हो गई थी अर्थव्यवस्था की बर्बादी, राहुल गांधी का बड़ा बयान
कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने जीडीपी विकास दर (GDP Growth Rate) में भारी गिरावट को लेकर मंगलवार को सरकार पर निशाना साधा और दावा किया कि अर्थव्यवस्था की बर्बादी नोटबंदी से शुरू हुई थी और उसके बाद से एक के बाद एक गलत नीतियां अपनाई गईं. उन्होंने ट्वीट किया कि जीडीपी -23.9 प्रतिशत हो गई. देश की अर्थव्यवस्था की बर्बादी नोटबंदी से शुरू हुई थी. तब से सरकार ने एक के बाद एक ग़लत नीतियों की लाइन लगा दी. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने आरोप लगाया कि सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था डुबो दी.
6 महीने पहले आर्थिक सुनामी की बात कही थी: राहुल गांधी
उन्होंने ट्वीट किया कि आज से 6 महीने पहले आर्थिक सुनामी आने की बात बोली थी. कोरोना संकट के दौरान हाथी के दांत दिखाने जैसा एक पैकेज घोषित हुआ, लेकिन आज हालत देखिए. जीडीपी -23.9 प्रतिशत तक गिर गई. भाजपा सरकार ने अर्थव्यवस्था को डुबा दिया. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मोदी जी, अब तो मान लीजिए कि जिसे आपने मास्टरस्ट्रोक कहा, वास्तव में वो डिजास्टर स्ट्रोक थे. नोटबंदी, ग़लत जीएसटी, और देशबंदी (तालाबंदी).
गौरतलब है कि कोविड-19 संकट के बीच देश की अर्थव्यवस्था में चालू वित्त वर्ष 2020-21 की अप्रैल-जून तिमाही में 23.9 प्रतिशत की भारी गिरावट आयी है. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने पहली तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े सोमवार को जारी किए. इन आंकड़ों में जीडीपी में भारी गिरावट दिखी है। सकल घरेलू उत्पाद में पिछले वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में 5.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी.
Source : News Nation Bureau