कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को सरकार द्वारा ऑटो सेक्टर में मंदी की वजह युवाओं को बताने को 'मुर्खतापूर्ण थ्योरी बताया' और कहा कि देश को अर्थव्यवस्था को सही करने के लिए एक ठोस योजना की जरूरत है. राहुल ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार मनगढ़त खबरों के जरिए आर्थिक मंदी को छुपाने की कोशिश कर रही है. राहुल ने ट्वीट कर कहा, "भारत को इस समय दुष्प्रचार, मनगढ़ंत खबरों और युवाओं (मिलेनियल्स) के बारे में मुर्खतापूर्ण थ्योरी की नहीं, बल्कि अर्थव्यवस्था को ठीक करने के लिए एक ठोस नीति की जरूरत है. यह स्वीकार करना कि समस्या है, उसे ठीक करने की शुरुआत होती है."
अपने ट्वीट के साथ, राहुल ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साक्षात्कार की एक न्यूज रिपोर्ट भी साझा की, जिसमें उन्होंने जीएसटी और नोटबंदी को आर्थिक मंदी की मुख्य वजह बताया है. उनका बयान इस संबंध में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बयान के दो दिन बाद आया है. सीतारमण ने चेन्नई में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि ऑटोमोबाइल और संबंधित उद्योग बीएस6 और उन युवाओं (मिलेनियल्स) के माइंडसेट की वजह से प्रभावित है जो ऑटोमोबाइल खरीदने के स्थान पर ओला और उबर से यात्रा करना ज्यादा पसंद करते हैं.
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राहुल गांधी देश में आर्थिक मंदी के लिए सरकार के आलोचक रहे हैं. उन्होंने इससे पहले रविवार को भी सरकार पर 100 दिन के कार्यकाल पूरे होने पर निशाना साधा था. राहुल ने 8 सितंबर को ट्वीट कर कहा था, "मोदी सरकार को विकास रहित 100 दिन पूरे करने पर बधाई, लोकतंत्र का लगातार गला घोंेटना, आलोचना को दबाने के लिए घुटने टेक चुकी मीडिया पर और शिकंजा कसना, नेतृत्व, दिशा और योजना में स्पष्ट कमी - जहां संकट में घिरी अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी."
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HIGHLIGHTS
- राहुल गांधी का मोदी सरकार पर हमला
- अर्थव्यवस्था को लेकर राहुल ने सरकार को घेरा
- ऑटो सेक्टर में मंदी पर राहुल का सरकार पर हमला