कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने फर्जी डिग्री मामले में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) अध्यक्ष अंकिव बसोया के इस्तीफे के बहाने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर निशाना साधा है. नरेंद्र मोदी और स्मृति ईरानी पर कटाक्ष करते हुए गांधी ने शुक्रवार को कहा कि फर्जी डिग्रियां बीजेपी में मंत्री पद पाने का एक शार्टकट रास्ता है.
राहुल गांधी ने मोदी, ईरानी और डूसू अध्यक्ष अंकिव बासोया के चित्रों के साथ 'फेक डिग्री इज इन बीजेपी डीएनए' शीर्षक लिखा है, और इसके साथ उन्होंने ट्वीट किया, 'श्री छप्पन और उनके मंत्रियों ने छात्रों को दिखाया है कि भाजपा में मंत्रिमंडल का द्वारा फर्जी डिग्री दिखाकर शीघ्र खुलता है.'
उन्होंने कहा, 'शैक्षिक संस्थानों पर प्रहार और फर्जी डिग्री वालों को सत्ता पर बिठाना आरएसएस का पुराना सिद्धांत है. इसीलिए डीयू पर आरएसएस का फर्जिकल स्ट्राइक जारी है.'
उल्लेखनीय है कि नरेन्द्र मोदी और स्मृति ईरानी के स्नातक के रिकॉर्ड्स को दिल्ली हाई कोर्ट में चुनौती दी गई है.
गांधी ने ये ट्वीट ऐसे समय में किए हैं, जब अंकिव बसोया को दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्र संघ पद से इस्तीफा देना पड़ा. बसोया ने दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश पाने के लिए तमिलनाडु के वेल्लोर स्थित तिरुवल्लुवर विश्वविद्यालय से फर्जी दस्तावेज जमा कराया, जिसे लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था.
कांग्रेस अध्यक्ष ने डुसू का नए सिरे से चुनाव कराने की पार्टी की छात्रा शाखा, भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) की मांग को दोहराया. बसोया को आरएसएस ने गुरुवार को अपनी छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की सदस्यता से निलंबित कर दिया था.
अंकिव ने तमिलनाडु के तिरुवल्लुवर विश्वविद्यालय की स्नातक डिग्री दिल्ली यूनिवर्सिटी में जमा की थी जो कि जांच के बाद फर्जी साबित हुई. तिरुवल्लुवर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक द्वारा लिखे गए एक पत्र में बसोया के स्नातक के अंकपत्र को फर्जी बताया गया था, जिस पर विश्वविद्यालय का स्टैंप और लोगो लगा हुआ था.
इससे पहले एबीवीपी ने एक बयान में कहा, 'हमनें डूसू अध्यक्ष अंकिव बसोया को अपने पद से इस्तीफा देने के लिए कहा है. साथ ही जांच पूरी होने तक उसे संगठन की सभी जिम्मेदारियों से हटा दिया गया है.'
Source : News Nation Bureau