मोदी सरकार के चार साल के कार्यकाल और असफल नीतियों पर कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली में जन आक्रोश रैली आयोजित की जिसमें पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री मोदी पर जमकर बरसे।
राहुल गांधी ने कहा, हमारी पार्टी सच्चाई के साथ खड़ी है जबकि नरेंद्र मोदी जी सत्ता के पीछे छुपे हुए हैं। उन्होंने कहा, 'हम हिन्दुस्तान में लीडरशिप देना चाहते हैं, हम युवाओं को आगे लाना चाहते हैं और यही सोच हिन्दुस्तान को आगे लेकर जा सकती है लेकन बीजेपी ने हर जगह आरएसएस के लोगों को बिठा दिया है जो सिर्फ जहर फैलाते हैं'।
मोदी के वादों की सच्चाई ढूंढ रही है जनता: राहुल
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा, मोदी वादे करते रहते हैं लेकिन आम आदमी को उनके शब्दों में सच्चाई ढूंढने के लिए मशक्कत करनी पड़ती है।
राहुल ने कहा, 'हमारे प्रधानमंत्री बोलते रहते हैं और वादे करते रहते हैं। वह जहां भी जाते हैं वहां वह लोगों से कुछ नए वादे कर आते हैं। लेकिन लोगों को उनके शब्दों में से सच्चाई ढूंढने की कोशिश करनी पड़ती है। वे सोच में पड़ जाते हैं कि इस आदमी ने इतने वादे किए हैं लेकिन सच्चाई कहां है।'
रैली के दौरान रोजगार और जीएसटी को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा, 'उन्होंने हर साल दो लाख लोगों को रोजगार देने का वादा किया था। लोगों ने उन पर भरोसा किया। लेकिन चार सालों के बाद हमारे पास केवल हर तरफ बेरोजगारी है। नोटबंदी और गब्बर सिंह कर (जीएसटी) जैसे कदमों ने अनौपचारिक क्षेत्र की कमर तोड़ दी है।'
सिर्फ कांग्रेस के राज में ही किसानों का भला: राहुल
किसानों के मुद्दे पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए राहुल गांधी ने कहा, कांग्रेस पार्टी के बिना इस देश का किसान नहीं जी सकता। अगर कांग्रेस पार्टी खड़ी नहीं होती, तो हिन्दुस्तान के किसान की सभी जमीन नरेन्द्र मोदी छीनकर ले जाते। उन्होंने कहा, 'मोदी जी किसानों के लिए 'मोदी जी किसानों की एमएसपी नहीं बढ़ाते लेकिन भाषण में किसानों की बात करेंगे। अरुण जेटली जी कहते हैं किसानों का कर्जा माफ करना हमारी पॉलिसी नहीं है।'
विमान में गड़बड़ी पर राहुल को याद आए भोले, मानसरोवर यात्रा के लिए लोगों से मांगी छुट्टी
रैली के दौरान खास बात यह रही कि राहुल गांधी अपना भाषण खत्म कर वापस जाने लगे और फिर वापस आकर तीन दिन पहले अपनी प्लाइट में आई तकनीकी दिक्कत की कहानी वहां मौजूद लोगों को सुनाई।
राहुल गांधी ने कहा, 'मैं दो-तीन दिन पहले फ्लाइट से कर्नाटक जा रहा था और जिस फ्लाइट से सफर कर रहा था वो अचानक 8000 फीट नीचे आ गया। मैं अंदर से हिल गया और लगा कि अब गाड़ी गई। इसी दौरान मुझे कैलाश मानससरोवर याद आया।'
राहुल गांधी ने रैली में मौजूद लोगों से कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जाने के लिए सार्वजनिक तौर पर छुट्टी मांगी। उन्होंने कहा, अब मैं आपसे 10 से 15 दिन के लिए छुट्टी चाहता हूं ताकि कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जा सकूं।
हालांकि राहुल गांधी के इस बयान को कर्नाटक विधानसभा चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है कि कांग्रेस सॉफ्ट हिंदुत्व की छवि बनाना चाहती है।
Source : News Nation Bureau