एक तरफ बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) नोटबंदी को मोदी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि बता रही है तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष इसी मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साध रही है।
काग्रेंस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को मलेशिया में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान नोटबंदी पर प्रहार करते हुए कहा कि अगर वह पीएम होते तो नोटबंदी की फ़ाइल को कूड़े के ढेर में फेंक देते।
ज़ाहिर है कांग्रेस पार्टी पहले भी नोटबंदी का विरोध करती रही है। इतना ही नहीं 9 नवंबर को कांग्रेस ने इस फ़ैससे के ख़िलाफ़ पूरे देश में ब्लैक डे मनाया था।
कांग्रेस अध्यक्ष शनिवार को मलेशिया में भारतीय मूल के कारोबारियों से मुलाकात कर रहे थे, इसी दौरान एक शख्स ने पूछा कि आप नोटबंदी कैसे लागू करते?
जवाब में उन्होंने कहा, 'अगर मैं पीएम होता और नोटबंदी की फाइल को लेकर कोई आता, तो मैं उसे दरवाजे के बाहर कर देता और फाइल को डस्टबिन में फेंक देता। मुझे ऐसा लगता है नोटबंदी के साथ ऐसा ही होना चाहिए था।'
मलेशिया में भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत के दौरान गांधी ने कहा, 'खिड़की से बाहर कूड़े में फेंक देता। मुझे लगता है कि नोटबंदी के साथ यही होना चाहिए था।'
और पढ़ें- माणिक सरकार पर बीजेपी का हमला, कहा- क्वार्टर की ठीक से करें सफाई, निकला था नरकंकाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर 2016 को 500 और 1000 रुपये के नोटों को चलन से बाहर करने की घोषणा की थी।
कांग्रेस पार्टी और अन्य विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री के नोटबंदी के कदम की आलोचना की थी और कहा था कि इसने भारतीय अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचाया है।
राहुल ने मलेशिया इंडिया बिजनेस काउंसिल, आसियान इंडिया बिजनेस काउंसिल, मलेशियन एसोसिएटेड इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज और मलेशिया की कंसोर्शियम ऑफ इंडस्ट्रीज के कारोबारियों से मुलाकात की।
राहुल ने मोदी सरकार पर हमला जारी रखते हुए कहा कि वह बयानबाजी की तुलना में कामकाज को अहमियत देते हैं। उन्होंने कारोबारियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि पार्टी के घोषणपत्र में उनके हितों का ध्यान रखा जाएगा।
कांग्रेस पार्टी ने ट्वीट कर कहा, 'राहुल गांधी से मिले कारोबारियों ने बताया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने उनके समुदाय के हितों को नजरअंदाज किया है।'
राहुल ने उनकी चिंताओं के संदर्भ में आश्वासन देते हुए कहा, 'हम बयानबाजी में नहीं बल्कि काम करने में यकीन करते हैं। मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि आपके हितों को कांग्रेस पार्टी के घोषणापत्र में प्रमुखता से शामिल किया जाएगा।'
राहुल गांधी ने कुआलालम्पुर में मलेशिया इंडिया कांग्रेस (एमआईसी)के अध्यक्ष सुब्रमण्यम सतशिवम से भी मुलाकात की।
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Source : News Nation Bureau
नोटबंदी पर राहुल गांधी का बड़ा बयान, कहा- मैं होता पीएम तो कूड़े में फेंक देता फ़ाइल
काग्रेंस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को मलेशिया में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान नोटबंदी पर प्रहार करते हुए कहा कि अगर वह पीएम होते तो नोटबंदी की फ़ाइल को कूड़े के ढेर में फेंक देते।
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एक तरफ बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) नोटबंदी को मोदी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि बता रही है तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष इसी मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साध रही है।
काग्रेंस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को मलेशिया में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान नोटबंदी पर प्रहार करते हुए कहा कि अगर वह पीएम होते तो नोटबंदी की फ़ाइल को कूड़े के ढेर में फेंक देते।
ज़ाहिर है कांग्रेस पार्टी पहले भी नोटबंदी का विरोध करती रही है। इतना ही नहीं 9 नवंबर को कांग्रेस ने इस फ़ैससे के ख़िलाफ़ पूरे देश में ब्लैक डे मनाया था।
कांग्रेस अध्यक्ष शनिवार को मलेशिया में भारतीय मूल के कारोबारियों से मुलाकात कर रहे थे, इसी दौरान एक शख्स ने पूछा कि आप नोटबंदी कैसे लागू करते?
जवाब में उन्होंने कहा, 'अगर मैं पीएम होता और नोटबंदी की फाइल को लेकर कोई आता, तो मैं उसे दरवाजे के बाहर कर देता और फाइल को डस्टबिन में फेंक देता। मुझे ऐसा लगता है नोटबंदी के साथ ऐसा ही होना चाहिए था।'
मलेशिया में भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत के दौरान गांधी ने कहा, 'खिड़की से बाहर कूड़े में फेंक देता। मुझे लगता है कि नोटबंदी के साथ यही होना चाहिए था।'
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर 2016 को 500 और 1000 रुपये के नोटों को चलन से बाहर करने की घोषणा की थी।
कांग्रेस पार्टी और अन्य विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री के नोटबंदी के कदम की आलोचना की थी और कहा था कि इसने भारतीय अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचाया है।
राहुल ने मलेशिया इंडिया बिजनेस काउंसिल, आसियान इंडिया बिजनेस काउंसिल, मलेशियन एसोसिएटेड इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज और मलेशिया की कंसोर्शियम ऑफ इंडस्ट्रीज के कारोबारियों से मुलाकात की।
राहुल ने मोदी सरकार पर हमला जारी रखते हुए कहा कि वह बयानबाजी की तुलना में कामकाज को अहमियत देते हैं। उन्होंने कारोबारियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि पार्टी के घोषणपत्र में उनके हितों का ध्यान रखा जाएगा।
कांग्रेस पार्टी ने ट्वीट कर कहा, 'राहुल गांधी से मिले कारोबारियों ने बताया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने उनके समुदाय के हितों को नजरअंदाज किया है।'
राहुल ने उनकी चिंताओं के संदर्भ में आश्वासन देते हुए कहा, 'हम बयानबाजी में नहीं बल्कि काम करने में यकीन करते हैं। मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि आपके हितों को कांग्रेस पार्टी के घोषणापत्र में प्रमुखता से शामिल किया जाएगा।'
राहुल गांधी ने कुआलालम्पुर में मलेशिया इंडिया कांग्रेस (एमआईसी)के अध्यक्ष सुब्रमण्यम सतशिवम से भी मुलाकात की।
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Source : News Nation Bureau