कांग्रेस को पांच राज्यों में मिली करारी हार के कारण पार्टी नेताओं में बयानबाजी तेज हो चुकी है. जी-23 के नेताओं में गिने जाने वाले कपिल सिब्बल ने हाल में एक बयान देकर पार्टी के अंदर उठ रहे विरोध को उजागर किया है. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस को सबकी कांग्रेस बननी चाहिए न कि घर की कांग्रेस. इस बयान के बाद यह कहा जा रहा है कि पार्टी के अधिकतर नेता गांधी परिवार के बजाय किसी अन्य चेहरे को कमान सौंपना चाहते हैं. इसे लेकर कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी से संसद भवन परिसर में जब सवाल पूछा गया तो वे कन्नी काटते हुए नजर आए.
उन्होंने इस बात का कोई भी जवाब नहीं दिया और आगे बढ़ गए. कपिल सिब्बल ने एक साक्षात्कार में कहा कि आज कांग्रेस में कुछ लोग घर के कांग्रेसी हो गए हैं, वहीं कुछ लोग सबकी कांग्रेस के हैं. उन्होंने कहा कि असली कांग्रेस और सबकी कांग्रेस है. इसलिए जो लोग घर के कांग्रेसी नहीं हैं, उनके दृष्टिकोण को भी सुनना चाहिए.
कांग्रेस का पतन देखा नहीं जा रहा
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का जिस तरह से पतन हो रहा है, वह देखा नहीं जा रहा है. उन्होंने कहा कि मैं अंतिम सांस तक सबकी कांग्रेस के लिए संघर्ष करता रहूंगा. उन्होंने कहा, सबकी कांग्रेस का मतलब सिर्फ एक साथ ही नहीं होना है, बल्कि भारत में उन सभी लोगों को एक साथ लाना है जो भाजपा को नहीं चाहते हैं. हमें इस तरह का दृष्टिकोण अपनाना होगा जिसमें परिवर्तन की सभी ताकतें, जो इस देश में सभी संस्थानों के इस निरंकुश कब्जे के खिलाफ हैं, को एकसाथ आने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी, शरद पवार, ये सब कांग्रेसी थे लेकिन सभी दूरी बना ली है. हमें इन सबको साथ लाना होगा.
HIGHLIGHTS
- कपिल सिब्बल ने हाल में एक बयान देकर पार्टी के अंदर उठ रहे विरोध को उजागर किया
- कपिल सिब्बल ने एक साक्षात्कार में कहा कि आज कांग्रेस में कुछ लोग घर के कांग्रेसी हो गए हैं