टीएमसी सांसद द्वारा उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की नकल करने से पैदा हुआ विवाद सुर्खियों में है. इस बीच इस मामले में पहली बार कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का बयान सामने आया है. उन्होंने इस विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया में मीडिया की जमकर आलोचना की है. वहीं साथ ही गांधी ने मीडिया पर लोकसभा और राज्यसभा से 143 विपक्षी सांसदों के निलंबन पर "चर्चा" नहीं करने का आरोप लगाया है. बता दें कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का ये बयान, टीएमसी सांसद की हरकतों को रिकॉर्ड करने के लिए धनखड़ द्वारा उन पर हमला करने के एक दिन बाद आया है...
गौरतलब है कि इस विवाद पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि, "सांसद वहां बैठे थे, मैंने उनका वीडियो शूट किया. मेरा वीडियो मेरे फोन पर है. मीडिया इसे दिखा रहा है... किसी ने कुछ नहीं कहा... हमारे 150 (143) सांसदों को (सदन से) बाहर निकाल दिया गया है, लेकिन वहां मीडिया में उस पर कोई चर्चा नहीं है. अडानी पर कोई चर्चा नहीं है, राफेल पर कोई चर्चा नहीं है, बेरोजगारी पर कोई चर्चा नहीं है. हमारे सांसद निराश हैं और बाहर बैठे हैं, लेकिन आप उस (नकल) पर चर्चा कर रहे हैं,''
क्या हुआ था उस दिन?
बता दें कि ये पूरी घटना बीते मंगलवार की है, जब नए संसद भवन के मकर द्वार पर टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का मजाक उड़ाते नजर आए. इस दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी टीएमसी सांसद का एक वीडियो अपने मोबाइल फोन पर रिकॉर्ड कर रहे थे, जिसपर प्रतिक्रिया देते हुए धनखड़ ने कहा कि, दोनों सांसदों की हरकत सभापति पद का अपमान है.
सदन के शुरुआती दस मिनट तक खड़े रहे सांसद...
वहीं घटना के अगले दिन बुधवार को सत्ता पक्ष के सदस्य उपराष्ट्र पति धनखड़ के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए सदन के शुरुआती दस मिनट तक खड़े रहे. खड़े दिखने वालों में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी शामिल थे. जैसे ही सदन दोबारा शुरू हुआ, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने राहुल गांधी की हरकत की निंदा की और उसे उपराष्ट्र पति धनखड़ का अपमान करार दिया.
बाद में उपराष्ट्र पति धनखड़ ने सत्ता पक्ष के सांसदों का समर्थन का जिक्र करते हुए कहा कि, वे सत्तारूढ़ पार्टी के सांसदों के भाव से बहुत प्रभावित हैं.
Source : News Nation Bureau