अपने दो दिवसीय दौरे पर जर्मनी गए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है 'आरएसएस भारत का स्वभाव बदलना चाहती है। आरएसएस की विचारधारा वही है जो अरब देशों में मुस्लिम ब्रदरहुड की है।' इससे पहले राहुल गांधी ने देश में बेरोजगारी की समस्या को लेकर मोदी सरकार पर तंज कसा था और कहा था कि रोजगार के मामले में भारत सरकार चीन के आसपास भी नहीं है।
वहीं दूसरी तरफ राहुल ने दावा किया कि हाल के समय में भारत और चीन एशिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं। दोनों अर्थव्यवस्थाएं एक-दूसरे से मुकाबला कर रही है लेकिन चीन सरकार के रोजगार आंकड़ों की अनदेखी नहीं किया जा सकता है।
राहुल गांधी के मुताबिक चीन सरकार हर दिन 50 हजार नई नौकरी पैदा करती है। इसकी तुलना में भारत में मोदी सरकार हर 24 घंटे में महज 450 नई नौकरियां पैदा कर पा रही है।
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने जर्मनी में अपने दिवसीय दौरे के पहले दिन पीएम नरेंद्र मोदी की आर्थिक से लेकर सामाजिक नीतियों तक पर हमला बोला था और कहा था कि एक तरफ उन्होंने नोटबंदी जैसे फैसले लेकर जहां अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया है वहीं दूसरी तरफ बेरोजगारी की वजह से मॉब लिंचिंग की घटनाएं भी बढ़ी है।
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उन्होंने देश में मॉब लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं को 'बेरोजगारी' से जोड़ा है। उन्होंने कहा की देश में बेरोजगारी के बढ़ने की वजह से लोगों में गुस्सा है और उसी का कारण हैं यह हिंसक घटनाएं। जर्मनी के हैम्बर्ग में अपने संबोधन के दौरान कहा, 'कुछ साल पहले प्रधानमंत्री जी ने भारतीय अर्थव्यवस्था में नोटबंदी का फैसला किया और एमएसएमई के नकद प्रवाह को बर्बाद कर दिया, अनौपचारिक क्षेत्र में काम करने वाले लाखों लोग बेरोजगार हो गए।'
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बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जर्मनी और लंदन के दौरे पर हैं। राहुल गांधी ने 2019 लोकसभा चुनावों से पहले प्रवासी भारतीयों तक अपनी पहुंच बनाने के लिए यह दौरा किया है।
Source : News Nation Bureau