केंद्र सरकार के सीबीआई के डायरेक्टर रहे आलोक वर्मा को पद से हटाये जाने को लेकर हो रहे विवाद पर राजनीति गरमा गई है. इस मामले को बार बार राहुल गांधी के हवा देने पर बीजेपी ने भी उनपर हमला बोला है. बीजेपी के प्रवक्ता और सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा, सीबीआई के मामले में आलोक वर्मा से ज्यादा राहुल गांधी रो रहे हैं. सही जांच सीबीआई की तरफ से अगस्ता वेस्टलैंड और अन्य रक्षा सौदों में जारी है. वो इस बात से चिंता में हैं कि कहीं सीबीआई सच्चाई को बाहर न ले आए. यही कारण है कि वो बार-बार सीबीआई मामले में दखल दे रहे हैं.
वहीं दूसरी तरफ सीवीसी की रिपोर्ट के आधार पर गुरुवार को उच्च स्तरीय चयन समिति के फैसले को आलोक वर्मा के गलत ठहराने पर पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने उन्हें आड़े हाथों लिया है. रोहतगी ने कहा, मैं नहीं सोचता कि जो आलोक वर्मा ने कहा है वो सही है. अगर पीएम और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ जज ने सीवीसी रिपोर्ट के आधार पर फैसला दिया है तो यह ठीक नहीं है कि आलोक वर्मा यह कहें कि फैसला ठीक नहीं है. सरकार को इस मामले को पहले निपटा लेना चाहिए था. इससे सीबीआई का नाम खराब हो रहा है.
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय चयन समिति की बैठक के बाद गुरुवार शाम को आलोक वर्मा को सीबीआई निदेशक पद से हटा दिया गया. चयन समिति में पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस एके सीकरी शामिल थे.
समिति ने वर्मा को पद से हटाने पर 2-1 की बहुमत से अपना फैसला लिया. सूत्रों के मुताबिक, समिति की बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे ने आलोक वर्मा को पद से हटाने पर आपत्ति जताई थी. अतिरिक्त निदेशक एम नागेश्वर राव नए निदेशक की नियुक्ति या अगले आदेश तक फिलहाल सीबीआई निदेशक के कामों को देखेंगे.
Source : News Nation Bureau