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राहुल के नेतृत्व में SC/ST आयोग के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति से की मुलाकात, पुनर्विचार याचिका पर दिया जोर

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग के प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करने की मांग की।

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vineet kumar1
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राहुल के नेतृत्व में SC/ST आयोग के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति से की मुलाकात, पुनर्विचार याचिका पर दिया जोर

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी

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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग (एससी/एसटी कमीशन) के प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करने की मांग की।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पत्रकारो को संबोधित करते हुए कहा कि SC और ST प्रिवेंशन ऑफ एट्रोसिटी एक्ट को डॉयल्यूट किया जा रहा है।

राहुल ने कहा,'हम राष्ट्रपति जी के पास गए, एक तरफ अत्याचार बढ़ रहा है दलितों पर, आदिवासियों पर और दूसरी तरफ उनका जो सबसे बड़ा हथियार है, उसको डॉयल्यूट किया जा रहा है। राष्ट्रपति कोविंद ने काफी अच्छी तरह सपोर्ट किया और कहा कि एक्शन लिया जाएगा।'

हालांकि राहुल ने कहा कि राष्ट्रपति जी किस तरह का एक्शन लेंगे इस बात पर कोई चर्चा नहीं हुई।

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इस दौरान उन्होंने पत्रकारों के राष्ट्रपति भवन में प्रवेश न दिए जाने पर चुटकी लेते हुए कहा कि यह लीजिए अब तो वाकई अच्छे दिन आ गए हैं।

उन्होंने कहा,'जल्द ही पत्रकारों को रायसिना हिल में घुसने भी नहीं दिया जाएगा और आप लोग से बात-चीत सिर्फ इंडिया गेट पर होगी। अब तो सच में ही अच्छे दिन आ गए हैं।'

वहीं बीएसपी नेता सतीश चंद्र ने बताया कि केंद्र की तरफ से सही तरीके से पैरवी न कर पाने के कारण इस तरह का फैसला सामने आया है। हमने राष्ट्रपति जी से मामले में हस्तक्षेप कर पुनर्विचार याचिका दायक करने की प्रार्थना की है।

एसपी नेता विशम्भर प्रसाद निषाद ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले सो पूरे देश का दलित समाज ठगा महसूस कर रहा है। हालांकि हम सुप्रीम कोर्ट का सम्मान करते हैं लेकिन पूरे देश में दलितों पर इतनी भारी सख्यां में अत्याचार हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले का फायदा उठाकर मनमानी की जा रही है। आज की तारीख में पुलिस दलितों पर अत्याचार की कोई एफ.आई.आर नहीं लिख रही है।

उन्होंने कहा कि हमने राहुल गांधी के नेतृत्व में राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा है जिसमे SC, ST एक्ट को कमजोर करने वाले फैसले पर पुनर्विचार याचिका दायर करने की मांग की गई है। ताकि दलित समाज के साथ जो अन्याय हो रहा है और संविधान के साथ जो छेड़छाड़ की गई है उसे ठीक कर दलितों को न्याय दिया जा सके।

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Source : News Nation Bureau

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