कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को देश के मुस्लिम बुद्धिजीवियों से मुलाकात कर कहा कि उनकी पार्टी का एजेंडा समाज के सभी वर्गों के साथ चलने और सबको न्याय दिलाने का है।
दिल्ली के तुगलक रोड स्थित अपने आवास पर राहुल गांधी ने मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ करीब दो घंटे तक बैठक की जिसमें कई लोगों ने चिंता जाहिर की कि कांग्रेस सॉफ्ट हिंदुत्व का एजेंडा अपना रही है।
इस पर राहुल गांधी ने स्पष्ट करते हुए कहा कि कांग्रेस का किसी खास धर्म या समुदाय के लिए खास एजेंडा नहीं है। कांग्रेस का एजेंडा सभी के लिए है जिसमें सबको न्याय दिलाना है।
बैठक के दौरान राहुल ने कहा कि बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) की सोच विभाजनकारी है जबकि कांग्रेस की सोचने की प्रक्रिया समावेशी है जिसमें सबको साथ लेकर चलना है।
बता दें मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ राहुल गांधी की यह बैठक अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी की रणनीति का हिस्सा है।
बैठक में बुद्धिजीवियों ने राहुल गांधी को कहा, 'मुस्लिम समुदाय के लोग डरे हुए हैं, कांग्रेस पार्टी के पास उनके लिए क्या एजेंडा है। पार्टी सॉफ्ट हिंदुत्व कार्ड के एजेंडे को अपना कर हिंदुओं को जीतने की कोशिश कर रही है क्योंकि पिछले चुनाव में वे बीजेपी की तरफ चले गए थे।'
राहुल गांधी ने जवाब में कहा कि देश में किसी भी तरह की वैचारिक लड़ाई नहीं है लेकिन लोगों को बांट कर बीजेपी ने सत्ता की राजनीति का एक नया सिस्टम बनाया है।
राहुल गांधी के साथ इस बैठक में योजना आयोग के पूर्व सदस्य सायदा हमीद, जेएनयू की प्रोफेसर जोया हसन, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष के फैजान, शिक्षाविद इलियास मलिक, जफर महमूद और ए एफ फारुकी थे।
इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद और कांग्रेस अल्पसंख्यक समिति के प्रमुख नदीम जावेद भी बैठक में मौजूद थे।
सूत्रों ने कहा है कि राहुल गांधी आगे भी इस तरह की बैठक कर सकते हैं। लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी की मुस्लिम बुद्धिजीवियों से मुलाकात कांग्रेस से बढ़ती उनकी दूरियों को पाटने की कोशिश है।
पिछले कुछ समय से कांग्रेस पर भी सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति करने का आरोप लगता रहा है जिसके कारण राहुल गांधी लोकसभा चुनाव से पहले गलतियों को सुधारने की कोशिश में हैं।
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Source : News Nation Bureau