गोरखपुर-फूलपुर लोकसभा उप-चुनाव के नतीजों ने एक तरफ बीजेपी को सोचने पर मजबूर किया तो वहीं विपक्ष को एक बार फिर से तीसरे मोर्चे के गठन की दिशा में पहल करने का मौक़ा दे दिया है।
बुधवार शाम सपा-बसपा गठबंधन की जीत से उत्साहित कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) प्रमुख शरद पवार से मुलाक़ात की है।
माना जा रहा है कि इस बैठक में युनाइटेड फ्रंट की संभावनाओं पर बातचीत हुई।
बता दें कि पिछले महीने शरद पवार ने राहुल गांधी की तारीफ़ करते हुए कहा था कि वो देश के मुद्दों को तेज़ी से सीख और समझ रहे हैं।
इसी क्रम में मंगलवार शाम सोनिया गांधी ने 20 पार्टी नेताओं को डिनर पर बुलाया था। इस डिनर में करीब अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने शिरकत की है।
डिनर डिप्लोमेसी में एनसीपी नेता शरद पवार, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, जेडीए नेता उपेंद्र रेड्डी, आरएसपी नेता प्रेम चंदन, जेवीएम नेता बाबू लाल मरांडी, सीपीएम नेता मोहम्मद सलीम, सीपीआई नेता डी राजा, डीएमके से कनिमोझी, हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा के नेता जीतन राम मांझी, समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव , तारिक अनवर, नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला, झारखंड मुक्ति मोर्चा के हेमंत सोरेन, रालोद नेता अजित सिंह, बीएसपी से सतीश मिश्रा, जेवीएम से बाबूलाम मरांडी और आरएसपी से रामचंद शामिल हुए।
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इस डिनर के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, 'इस डिनर में विपक्ष के नताओं को आपस में मुलाकात का मौका मिला, इस डिनर से इन नेताओं के बीच नजदीकियां बढ़ी है।'
राहुल ने आगे लिखा, इस डिनर के दौरान काफी राजनीतिक बातें हुईं लेकिन इससे महत्वपूर्ण यहां सकारात्मक उर्जा, गर्मजोशी और सच्ची दोस्ती का लगाव देखने को मिला।
माना जा रहा है कि बुधवार शाम शरद पवार के साथ राहुल गांधी की बैठक में एक बार फिर से 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी और पीएम मोदी के विजय रथ रोकने को लेकर बातचीत हुई। साथ ही कांग्रेस के नेतृत्व में सभी दलों को एक साथ लाने को लेकर भी चर्चा की गई।
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Source : News Nation Bureau