कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शनिवार को इस्तीफे की पेशकश कर दी, लेकिन CWC सदस्यों ने उसे नामंजूर कर दिया. हालांकि मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राहुल गांधी (Rahul Gandhi) इस्तीफे पर अड़े हुए हैं. बताया जा रहा है कि इस बात की संभावना कम है कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) अपनी बात से पीछे हटें. दूसरी ओर, सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने इस मामले में कहा कि यह राहुल गांधी का अपना फैसला है.
दरअसल, राहुल गांधी वहीं बात कह रहे हैं, जिस पर बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) लगातार हमला बोलते रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) कांग्रेस में वंशवाद को लगातार निशाने पर लेते रहे हैं. लोकसभा चुनावों में मिली करारी हार के बाद शायद राहुल गांधी पीएम नरेंद्र मोदी को हमले का दोबारा मौका नहीं देना चाहते. इसी कारण उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफे पर अड़े रहने का फैसला किया है.
CWC की बैठक में राहुल गांधी ने इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी किसी और को संभालनी चाहिए. CWC मीटिंग की मीडिया में छनकर आ रही खबरों के अनुसार, जब प्रियंका गांधी का नाम अध्यक्ष पद के लिए उछाला गया तो राहुल गांधी ने कहा, 'मेरी बहन को इसमें मत खींचो.' राहुल ने कहा, 'हमें अपनी लड़ाई जारी रखनी होगी. मैं कांग्रेस का अनुशासित सिपाही हूं और रहूंगा और बिना डरे लड़ता रहूंगा लेकिन मैं अब पार्टी का अध्यक्ष बनकर नहीं रहना चाहता.'
हालांकि CWC के सदस्यों ने साफ किया कि उन्होंने राहुल के इस्तीफे को अस्वीकार कर दिया है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'ऐसे कठिन हालात में हमें राहुल गांधी के नेतृत्व की जरूरत है.' बाद में प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'कांग्रेस कार्य समिति 2019 के लोकसभा चुनाव के जनादेश को विनम्रता से स्वीकार करती है. कांग्रेस कार्यसमिति 12.13 करोड़ साहसी व सजग मतदाताओं को धन्यवाद देती है, जिन्होंने कांग्रेस पार्टी में अपना विश्वास व्यक्त किया. कांग्रेस पार्टी एक जिम्मेदार और सकारात्मक विपक्ष के रूप में अपना कर्तव्य निभाएगी.
HIGHLIGHTS
- इस्तीफा वापस न लेने पर अड़े कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी
- पीएम नरेंद्र मोदी को दोबारा मौका नहीं देना चाहते राहुल
- प्रियंका गांधी पर बोले, मेरी बहन को इसमें मत खींचो