'जब आप कांग्रेस सरकार गिराने में व्‍यस्‍त थे तभी तेल के दाम 35% गिर गए', राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर बोला हमला

राहुल गांधी ने बुधवार को प्रधानमंत्री कार्यालय को संबोधित करते हुए एक टवीट किया. उन्‍होंने लिखा, जब आप मध्‍य प्रदेश की चुनी हुई सरकार गिराने में व्‍यस्‍त थे, तब आप एक बात मिस कर गए.

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Sunil Mishra
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'जब आप सरकार गिराने में व्‍यस्‍त थे तभी तेल के दाम 35% गिर गए'( Photo Credit : Twitter)

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ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया के इस्‍तीफे के बाद मध्‍य प्रदेश में कमलनाथ सरकार पर आए गंभीर संकट के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पहली बार कुछ कहा है. राहुल गांधी ने बुधवार को प्रधानमंत्री कार्यालय को संबोधित करते हुए एक टवीट किया. उन्‍होंने लिखा, जब आप मध्‍य प्रदेश की चुनी हुई सरकार गिराने में व्‍यस्‍त थे, तब आप एक बात मिस कर गए. तेल के दामों में 35% की गिरावट आई. क्‍या तेल के दाम कम कर आप इसका लाभ भारतीयों को दे सकते हो? क्‍या पेट्रोल के दाम 60 रुपये से कम कर सकते हो, ताकि इससे सुस्‍त पड़ी अर्थव्‍यवस्‍था में जान आ जाए.

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सिंधिया ने दे दिया था इस्‍तीफा

एक दिन पहले अंततः तमाम कयासों को सही साबित करते हुए कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya scindia) ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia gandhi) को भेजे इस्तीफे में सिंधिया ने कांग्रेस से अलग रास्ता चुनने का संकेत देते हुए देश व लोगों की सेवा जारी रखने की बात कही है. उन्होंने लिखा कि 18 साल तक कांग्रेस (Congress) के साथ रहते हुए अब उन्हें ऐसा लग रहा है कि वह लोगों की सेवा सही तरीके से नहीं कर पा रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया है. सिंधिया के अलावा उनके समर्थक 22 विधायकों ने भी विधानसभा की सदस्‍यता से इस्‍तीफा दे दिया है.

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पीएम मोदी से मिले थे सिंधिया

इसके पहले मंगलवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया गृहमंत्री अमित शाह के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने पहुंचे थे. बीते 24 घंटों के भीतर सिंधिया और पीएम मोदी की यह दूसीर मुलाकात थी. जाहिर है कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते ही मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार का सियासी संकट और गहरा गया है. सोमवार रात को कमलनाथ सरकार के 20 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था. यह सभी सिंधिया के समर्थक और विश्वस्त बताए जाते हैं. हालांकि कमल नाथ ने सभी मंत्रियों से इस्तीफा लेकर ज्योतिरादित्य और उनके समर्थकों को नए समीकरण बैठाने का संकेत दिया था. साथ ही दिग्विजय सिंह समेत सचिन पायलट ने भी सिंधिया को संदेश भेज हालात संभालने की कोशिश की, लेकिन बात बन नहीं सकी.

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कांग्रेस ने माना बड़ा नुकसान

कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, 'सिंधिया जी कांग्रेस पार्टी में कई वरिष्ठ पदों पर रहे और उनका सम्मान किया, शायद मोदी जी द्वारा दिए गए मंत्रियों के प्रस्ताव के कारण उन्हें लालच आ गया. हम जानते हैं कि उनका परिवार दशकों से बीजेपी से जुड़ा हुआ है, लेकिन फिर भी यह एक बड़ा नुकसान है.' इसके साथ ही अधीर रंजन चौधरी ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि पीएम मोदी के किसी लालच में ऐसा हुआ है. बीजेपी इसी तरह की राजनीति करती है.

Source : News Nation Bureau

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