कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को तमिलनाडु में समाज सुधारक पेरियार की प्रतिमा को तोड़े जाने के लिए राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को जिम्मेदार ठहराया।
राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने (आरएसएस, बीजेपी) त्रिपुरा में लेनिन की प्रतिमा को तोड़ने को प्रोत्साहित कर अपने कार्यकर्ताओं को उनकी विचारधारा का विरोध करने वालों की प्रतिमाओं को तोड़ने का इशारा किया।
राहुल गांधी ने एक ट्वीट में कहा, 'जब आरएसएस और बीजेपी ने त्रिपुरा में लेनिन की प्रतिमा को तोड़ने को प्रोत्साहित किया तो उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को अपनी विचारधारा का विरोध करने वालों, जैसे पेरियार, की मूर्तियां तोड़ने के लिए इशारा किया। पेरियार महान समाज सुधारक थे, जिन्होंने दलितों के लिए लड़ाई लड़ी थी। उनकी प्रतिमा को भी आज तमिलनाडु में तोड़ दिया गया।'
द्रविड़ नेता ई वी रामास्वामी (पेरियार) की प्रतिमा को मंगलवार की सुबह तमिलनाडु के पुदुक्कोटाई जिले में तोड़ दिया गया। प्रतिमा का सिर अलग कर दिया गया।
गृह मंत्रालय द्वारा राज्यों को प्रतिमाओं को तोड़े जाने पर सख्त कार्रवाई के आदेश के बावजूद भी यह घटना हुई। गृह मंत्रालय ने यह भी साफ तौर पर का था कानून व्यवस्था में किसी प्रकार की गड़बड़ी के लिए जिला मजिस्ट्रेट व पुलिस अधीक्षक को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
इस महीने की शुरुआत में त्रिपुरा में बीजेपी के चुनाव जीतने के बाद व्लादिमीर लेनिन की प्रतिमा को गिराया गया था।
इस घटना के बाद तमिलनाडु में तर्कवादी आंदोलन के जनक पेरियार की एक प्रतिमा को तोड़ा गया था। कोलकाता में जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा को तोड़ा गया।
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में बाबा साहेब बी आर अंबेडकर की प्रतिमा को तोड़ा गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन घटनाओं की कड़ी निंदा की थी और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी थी।
और पढ़ें: इराक में भारतीयों की मौत पर कांग्रेस की राजनीति बेहद शर्मनाक: सुषमा
Source : IANS