नेशनल हेराल्ड मामले में सोमवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश होना है. ईडी की कार्यवाही के विरोध में कांग्रेस ने राष्ट्रव्यापी सत्याग्रह की रूपरेखा तैयार की है. इसके तहत ईडी के देश भर में फैले 25 कार्यालय के बाहर कांग्रेस नेता धरना-प्रदर्शन करेंगे. यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक राहुल गांधी ईडी के दफ्तर से बाहर नहीं आ जाते. कांग्रेस नेता आरोप लगा रहे हैं कि ईडी के जरिये सोनिया-राहुल गांधी को साजिशन फंसाया जा रहा है.
ईडी मुख्यालय तक निकलेगा मार्च
प्राप्त जानकारी के मुताबिक कांग्रेस ने शीर्ष नेताओं और सांसदों से नई दिल्ली में ईडी मुख्यालय तक मार्च निकालने को कहा है. इसके साथ ही मोदी सरकार द्वारा सरकारी एजेंसियों के कथित दुरुपयोग के खिलाफ सत्याग्रह करने के भी दिशा-निर्देश हैं. कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, कांग्रेस ने 90 करोड़ रुपये का लोन नेशनल हेराल्ड को दिया था, क्योंकि अखबार उस समय नुकसान में चल रहा था. देश में ऐसा कोई कानून नहीं है जो कि यह कहता हो कि कोई राजनीतिक दल अखबार को कर्ज नहीं दे सकता है. दिल्ली के अलावा महाराष्ट्र में मुंबई और नागपुर स्थित ईडी के दफ्तार के आगे भी कांग्रेस का विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा.
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सोनिया गांधी की 23 जून को पेशी
गौरतलब है कि सुब्रमण्यम स्वामी नेशनल को लेकर 2015 में आरोप लगाए थे. हेराल्ड की स्थापना 1937 में की गई थी. अब मनी लांड्रिंग के मामले में ईडी ने सोनिया और राहुल गांधी को पूछताछ के लिए तलब किया है. राहुल गांधी को 2 जून को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, विदेश दौरे के कारण राहुल गांधी ने दूसरी तारीख की मांग की थी. वहीं सोनिया गांधी को 8 जून को बुलाया गया था, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते अब उन्हें 23 जून को ईडी के समक्ष पेश होना है.
HIGHLIGHTS
- बीजेपी पर साजिशन फंसाने का आरोप लगा रही कांग्रेस
- राहुल गांधी की पेशी के समय देश भर में होगा सत्याग्रह