पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को आदिवासी बस्तियों का दौरा किया और लोगों को सभी तरह की मदद का भरोसा दिया. राहुल बाढ़ राहत अभियान की समीक्षा के लिए मंगलवार को यहां पहुंचे हैं. गांधी ने मंथावाडी में कहा, "मैंने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन से बाढ़ राहत कार्यक्रम समुचित तरीके से चलाने के लिए बात की है." वायनाड में गांधी के कार्यालय सहायक, रथीश ने आईएएनएस से कहा कि अभी तक उन्होंने मंथावाडी में और कालपेटा में इस तरह की चार कॉलोनियों का दौरा किया.
उन्होंने कहा, "गांधी ने जंगल के अंदर स्थित पोनकुझी में भी लोगों के साथ समय बिताया." गांधी लोगों के साथ घुलमिल गए. एक स्थान पर वह कार में बैठे हुए थे, तभी एक स्थानीय व्यक्ति ने उनका चुंबन ले लिया. रथीश ने कहा, "गांधी ने कालपेटा में अपने सांसद कार्यालय का उद्घाटन किया और एक अन्य बाढ़ प्रभावित इलाके कोठारा के लिए प्रस्थान कर गए." कांग्रेस सांसद अपने संसदीय क्षेत्र में शुक्रवार तक रुकेंगे.
वायनाड इस मानसून में बुरी तरह प्रभावित जिलों में से एक है. लगभग 50,000 लोगों को राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ी है. गांधी ने इसके पहले भी वायनाड का दौरा किया था. दिल्ली लौटने के बाद उन्होंने 18,000 से अधिक परिवारों के लिए अलग-अलग तरह के तीन सेट किट भेजे थे, जिसमें कपड़े, कंबल, खाद्य सामग्री और साफ-सफाई के सामान शामिल थे.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो