कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) आज फिर भारत-चीन सीमा पर जारी संकट से संबंधित अपनी वीडियो श्रंखला की दूसरी कड़ी जारी करेंगे. पार्टी की ओर से बयान जारी कर इसकी जानकारी दी गई है. कांग्रेस (congress) के एक बयान में कहा गया कि पहली कड़ी को समूचे सोशल मीडिया और मुख्यधारा के मीडिया में लाखों लोगों ने देखा और सिर्फ उनके ट्विटर हैंडल पर 20.5 लाख लोगों ने देखा.
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बयान में कहा गया है कि यह राष्ट्रीय महत्व का गंभीर मुद्दा है, जिसको लेकर हर देशभक्त भारतीय को चिंतित होना चाहिए. वीडियो को राहुल गांधी के सोशल मीडिया हैंडलों पर जारी किया जाएगा. बता दें कि इससे पहले राहुल गांधी ने शुक्रवार को वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने सरकार की विदेश नीति पर सवाल उठाया था. चीन (China) के साथ भारत के सीमा विवाद को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा प्रहार किया था.
वीडियो में राहुल गांधी ने कहा था कि इस समय ऐसा विशेष क्या है, जिससे चीन को विश्वास हो गया कि वह भारत के खिलाफ दुस्साहस कर सकता है. राहुल ने कहा था, 'अभी भारत में ऐसी क्या स्थिति है, जो चीन को इस तरह का कदम उठाने की इजाजत मिल गई.' उन्होंने कहा था, 'देश की रक्षा किसी एक बिंदु पर ही टिकी नहीं होती है. बल्कि यह कार्य कई शक्तियों का संगम होता है. यह समायोजन कई तरह की व्यवस्थाओं का होता है. अत: देश की रक्षा विदेश संबंधों, पड़ोसी राष्ट्रों, अर्थव्यवस्था और रक्षा जनता की भावनाओं से होती है. लेकिन पिछले 6 साल में इन मामलों में देश फेल हुआ है.'
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विदेश नीति पर राहुल गांधी ने कहा, 'हमारे विदेश संबंध विश्व के कई राष्ट्रों से बेहतर रहे हैं. अमेरिका के अलावा रूस, यूरोपीय राष्ट्रों से हमारे संबंध थे और सारे राष्ट्र हमारे सहयोगी थे. लेकिन आज हमारे विदेशी संबंध अमेरिका, यूरोपीय राष्ट्रों से सिर्फ मतलबपरस्त हो गए हैं. पहले पाकिस्तान को छोड़कर नेपाल, भूटान, श्रीलंका और अन्य पड़ोसी देश भारत के साथ मिलकर काम करते थे, लेकिन आज इन पड़ोसी देशों से भी रिश्ते बिगाड़ लिए हैं. आज हर पड़ोसी हमारे खिलाफ बात कर रहा है.'
अर्थव्यवस्था पर कांग्रेस नेता ने कहा था, 'आर्थिक समृद्दि पिछले 50 सालों के अंतर्गत अपने निकृष्टतम दौर में है. न स्पष्ट दिशा है ना दृष्टिकोण यानी अर्थव्यवस्था का संपूर्ण विनाश. 40-50 सालों में आज बेरोजगारी अपने चरम पर है.' कांग्रेस नेता ने कहा, 'इस तरह आज हमारा देश आर्थिक रूप से संकट में है, विदेश नीति ध्वस्त होने के दौर में है. पड़ोसियों से रिश्ते खराब हैं.' उन्होंने कहा था, 'इसी कारण चीन ने यह लिया कि यह बेहतर समय है भारत के विरुद्ध कार्रवाई करने का. यही निर्णायक कारण है, उसके आक्रामक होने का.'